अयोध्याः बीती 14 अक्टूबर को पेंट से लदी डीसीएम और चालक के गायब होने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने चालक का शव बरामद कर लिया है. तफ्तीश में पता चला है कि दो दोस्तों ने डीसीएम चालक की लूट के बाद हत्या कर दी थी. पुलिस ने इस मामले के आरोपी रमेश पुत्र नोमीलाल निवासी बलवन्तपुर थाना देवा और सुरेन्द्र सिंह पुत्र उमा सिंह निवासी दौलतपुर थाना कुर्सी जनपद बाराबंकी को गिरफ्तार कर लिया है.
एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि आरोपी रमेश ने बताया कि वह एक पेंट कंपनी में ड्राइवर था. उसने अपने दोस्त सुरेंद्र सिंह के साथ मिलकर कंपनी का पेंट गायब करने की योजना बनाई थी. कंपनी का एक अन्य ड्राइवर रामकुमार बीती 14 अक्टूबर को एक डीसीएम पर पेंट लादकर फैजाबाद से बहराइच के लिए निकला था. आरोपी रमेश ने बताया कि उसने फोन से रामकुमार की लोकेशन ली तो पता चला कि वह सरयू पुल पार कर लकडमड़ी जनपद गोण्डा पहुंच रहा है. इस पर उसे वहीं रुकने के लिए कहा और खुद के पहुंचने की बात कही. दोनों आरोपी रमेश और सुरेंद्र वहां पहुंच गए. इसके बाद दोनों आरोपी डीसीएम पर बैठकर रामकुमार के साथ चल दिए. गोण्डा पहुंचकर ढाबे में खाना खाया. इसके बाद तीनों डीसीएम पर सवार हो गए. बहराइच से पहले दोनों आरोपियों ने डीसीएम रोकी और रमेश के मुंह पर गमछा बांध दिया. धक्का लगने से रमेश के सिर से खून बहने लगा और वह बेहोश हो गया. थोड़ी देर बाद जब वह मर गया तो उसकी लाश को कंबल में लपेटकर किनारे डाल दिया. दोनों डीसीएम लेकर टिकैतगंज थाना कुर्सी जनपद बाराबंकी ले गए और वहां बेच दिया.