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अयोध्या के श्रीराम मंदिर में एक साल के लिए बदला दर्शन मार्ग, जानिए कितना बन गया राम मंदिर - राम मंदिर का दर्शन मार्ग

फिलहाल अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए परिसर के अंदर दर्शन मार्ग में बदलाव किया गया है (Darshan Marg changed in Ram mandir ). अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट की दो दिवसीय बैठक में यह फैसला लिया गया. जानिए क्यों किया गया बदलाव...

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Published : Feb 27, 2023, 12:12 PM IST

अयोध्या :राम नगरी में चल रहे भव्य राम मंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा के लिए प्रत्येक माह में होने वाली भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार को संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने की. पहले दिन बैठक में शामिल सदस्यों ने मंदिर निर्माण स्थल पर जाकर स्थलीय निरीक्षण के जरिए कार्य की प्रगति की समीक्षा की.दूसरे दिन में देर शाम ट्रस्ट के सदस्यों की बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई. इस बैठक में ट्रस्ट से जुड़े तमाम सदस्य और तकनीकी सलाहकार मौजूद रहे.

राम मंदिर का निर्माण प्रगति पर है, 2024 में यह बनकर तैयार हो जाएगा.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान राम लला के परिसर में स्थित दर्शन मार्ग मंदिर के चारों तरफ बन रहे परकोटे की जद में आ रहा है. दर्शन मार्ग को डायवर्ट करने के लिए समिति ने निरीक्षण किया है. अब रामलला के अस्थाई मंदिर में जाने वाले दर्शन मार्ग में बदलाव किया जाएगा. सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रूट का चयन किया गया है. यह रूट डायवर्जन रामजन्म परिसर में 1 साल के लिए किया गया है. इसके अलावा राम जन्म परिसर में चल रहे विकास कार्य जैसे तीर्थयात्री सुविधा केंद्र, बिजलीघर, 300 टॉयलेट ब्लॉक, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, परकोटा निर्माण कार्य और रिटेनिंग वॉल का निरीक्षण किया गया.
राम मंदिर का परकोटा और रिटेनिंग वॉल का निर्माण जल्द ही पूरा हो जाएगा.
राम लला की कथा पर बनेगी झांकियां : ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि परिसर तक बनाए जा रहे जन्मभूमि पथ का भी निरीक्षण किया गया है. ट्रस्ट के दूसरे दिन की बैठक में भगवान राम लला के गर्भ गृह में लगाई जाने वाली लाइटिंग को लेकर अंतिम निर्णय लिया गया. मंदिर के बाहर लगाए जाने वाले फसाड लाइट के मुद्दे को अगली बार की बैठक में विचार-विमर्श के लिए छोड़ा गया है. श्री राम लला के परकोटे में बनाए जाने वाले भगवान रामलला के जीवन पर आधारित झांकियों के लिए दो मूर्तिकला के विशेषज्ञों ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी है. जिसमें महाराष्ट्र से 3D मॉडल तो दूसरा गुड़गांव से आया था. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अब जल्द ही इस पर भी निर्णय लेगा. दो दिवसीय मैराथन बैठक में रामलला के जन्मोत्सव को लेकर भी मंथन किया गया है.
भगवान राम लला के गर्भ गृह में लगाई जाने वाली लाइटिंग भी की जाएगी.
अयोध्या में क्राउड मैनेजमेंट के लिए राइटस करेगी रिसर्च : आगामी 22 मार्च से शुरू हो रहे वासंतिक नवरात्र जन्मोत्सव की तैयारी के मद्देनजर रेलवे की यात्री सुविधा को बढ़ावा देने वाली संस्था राइट्स ने भी अपनी रिपोर्ट दूसरे दिन की बैठक में दी है. राम जन्मभूमि अयोध्या में आने वाले क्राउड सिस्टम मैनेजमेंट के लिए राइट्स को जिम्मेदारी दी गई है . ट्रस्ट के निवेदन पर अब राइट्स संस्था राम जन्मोत्सव में ही अपनी सेवा उपलब्ध कराएगी. संस्था की टीम ही क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम पर रिसर्च भी करेगी. रिसर्च के लिए अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन, राम घाट और कटरा रेलवे स्टेशन पर अपनी संस्था के कर्मचारियों को नियुक्त करेगा. इसके अलावा पांच और जगह यात्री सुविधाओं और क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम को सुचारू करने के लिए अपने कर्मचारियों को जिम्मेदारी देगा.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रामलला के अस्थाई मंदिर में जाने वाले दर्शन मार्ग में बदलाव किया जाएगा.
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