अयोध्या: धार्मिक नगरी अयोध्या के प्रमुख सिद्ध पीठ दशरथ का महल बड़ा स्थान की संपत्ति पर कब्जे को लेकर एक विवाद सामने आया है. जिसमें आश्रम की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर छात्र संघ के नेता ने आश्रम के एक सेवादार पर हमला कर दिया. जिसकी वजह से वह पूरी तरह से जख्मी हो गए. पुलिस हमला करने वाले आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की बात कह रही है.
दबंगों ने संत पर किया जानलेवा हमला कब्जे को लेकर हुआ विवादभूमि विवाद को लेकर कैंट पुलिस ने दोनों पक्षों को पहले ही आगाह किया था कि आने वाले 6 अक्टूबर को तहसील दिवस में दोनों पक्ष अपने-अपने कागजात लेकर संबंधित अधिकारी के सामने अपनी बात रखें, लेकिन इससे पहले ही पूर्व छात्र नेता आलोक सिंह ने जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया. जब दशरथ महल बड़ा स्थान के महंत बिंदुगद्दाचार्य देवेंद्र प्रसादाचार्य के शिष्य सुदामा दास मौके पर पहुंचे, तो कहासुनी के बाद से उनपर ईंट से हमला कर दिया गया. ईंट लगने से हमले में सुदामा दास घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.मंदिर के महंत के मुताबिक थाना कैंट के हसनु कटरा स्थित जिला गन्ना विकास समिति के पास स्थित उनकी जमीन पर कई महीनों से कब्जा किया जा रहा है. इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की थी. इसके बाद जिला प्रशासन में निर्माण कार्य रुकवा दिया था, लेकिन शुक्रवार को फिर वहां अवैध निर्माण शुरू हो गया. जिसका विरोध करने पर पूर्व छात्र नेता, आलोक सिंह सहित अन्य 15-20 लोगों ने उनके ऊपर हमला बोल दिया, जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई है.
इस पूरे मामले पर एएसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पूर्व छात्र नेता आलोक सिंह ने नशे में धुत होकर अपने साथियों के साथ संत पर हमला बोला है. जिनमें पूर्व छात्र नेता समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
-निपुण अग्रवाल, एएसपी
अयोध्या में मंदिर की जमीन को लेकर मारपीट व हत्या कोई नई बात नहीं है. अयोध्या के प्रसिद्ध मंदिरों से करोड़ों रुपए की संपत्ति जुड़ी हुई है और इस संपत्ति पर कब्जे को लेकर पहले भी कई बार खूनी वारदातों के साथ हत्याएं भी हो चुकी हैं. अयोध्या का दशरथ महल भी एक ऐसा ही मंदिर है जिसकी पूरे जिले भर में कई जगहों पर कीमती जमीनें हैं और इन जमीनों पर लोगों के कब्जे भी हैं. इसकी वजह से अक्सर वाद-विवाद की स्थिति पैदा होती है.