अयोध्या: वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट के दायरे से बाहर रामलला के रामनवमी मनाने की तैयारी में है. दूसरी ओर कोरोना वायरस का कहर भारी दिख रहा है. ट्रस्ट की उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट निर्णय लिया गया है कि अयोध्या में इस बार रामनवमी पर विशेष आयोजन नहीं किया जाएगा. वहीं जिलाधिकारी ने कहा है कि रामलला के प्रकट उत्सव को लाइव दिखाने की व्यवस्था की जाएगी.
रामलला का जन्मोत्सव पर पड़ेगा कोरोना वायरस का असर. राम नगरी में हर वर्ष राम जन्म उत्सव मनाया जाता रहा है. यह उत्सव चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर होता है. जन्म उत्सव की झलक पाने के लिए अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और राम जन्मभूमि परिसर के पास काफी भीड़ होती है. 70 वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट के दायरे से बाहर रहकर अयोध्या में रामलला का जन्मदिन मनाने की तैयारी है. इससे पहले कोर्ट की व्यवस्था के तहत रिसीवर को राम जन्म उत्सव की व्यवस्था करनी होती थी. रामलला के पक्ष में फैसला आने के बाद अब यह व्यवस्था श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हाथ में है.चैत्र रामनवमी के पहले दिन यानी 25 मार्च को सुबह ही राम लला को बुलेट प्रूफ फाइबर युक्त अस्थाई गर्भगृह में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसके साथ ही अयोध्या में चैत्र नवरात्रि का उत्सव शुरू हो जाएगा. राम जन्म उत्सव पर इस बार ट्रस्ट की ओर से बड़े स्तर पर तैयारी की बात कही जा रही थी. रामलला के जन्म उत्सव में शामिल होने वाले श्रद्धालु प्रसाद पाने से वंचित न रहे इसके लिए एक कुंटल पंचामृत और 5 कुंटल पंचमेवा की पंजीरी की व्यवस्था करने की बात कही जा रही है. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि इस बार राम जन्म उत्सव को लेकर बेहद खुशी है श्रद्धालु उत्साहित है. अयोध्या के संतों में प्रसन्नता है, लेकिन कोरोना वायरस का डर है.
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रामनवमी पर विशेष आयोजन की आवश्यकता नहीं
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की उच्च स्तरीय बैठक में रामनवमी पर पर विशेष आयोजन न करने का निर्णय लिया गया है. राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य व श्री मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा है कि चैत्र रामनवमी पर इस पर विशेष आयोजन की आवश्यकता नहीं है. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय स्पष्ट कर चुके हैं कि अयोध्या में ऐसी व्यवस्था नहीं होनी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो और एक साथ सरयू में स्नान करें. वहीं जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर रामनवमी मेले पर अघोषित प्रतिबंध लगा दिया है. अयोध्या में बाहर से आने वाले व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित है.
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा का कहना है कि नवरात्र हर वर्ष आता है, लेकिन यह महामारी कई घरों में दुख का कारण बन रही है. देशवासियों को ऐसे में सजग होने की आवश्यकता है. ट्रस्ट को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि अयोध्या में भीड़ एकत्र न हो. उन्होंने कहा है कि श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम जन्मोत्सव को लाइव प्रसारित करने की व्यवस्था करनी चाहिए.
राम जन्मोत्सव लाइव दिखाने की होगी व्यवस्था
जिलाधिकारी ने अनुज झा ने कहा है कि पहले से राम जन्मोत्सव कनक भवन में लाइव दिखाया जाता रहा है. इस पर श्रद्धालुओं को अपने घर बैठे राम जन्मोत्सव देखने की व्यवस्था करने का प्रयास किया जाएगा.