अयोध्या: लाॅकडाउन के दौरान खनन माफियाओं की मनमानी करने का मामला सामने आया है. मामले में मुख्यमंत्री पोर्टल आईजीआरएस और खनन विभाग में शिकायत के बावजूद अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. वहीं मामले में स्थानीय प्रशासन ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए शिकायत का निस्तारण करने में करने में असमर्थता जताई है.
आरोप है कि एनजीटी के मानक के विपरीत प्रतिबंधित मशीनों से खनन किया जा रहा है. मामला अयोध्या के कैंट थाना क्षेत्र स्थित माझा कला बालू घाट का है. आरोप है कि सरयू नदी की रेती में जिस स्थल पर खनन के लिए ठेकेदार को पट्टटा दिया गया था, वहां से करीब 500 मीटर दूर हटकर खनन किया जा रहा है. सरयू की धारा बदलने के बाद जिस स्थल पर ठेकेदार को पट्टा मिला था वहां बालू बिल्कुल भी नहीं है. ऐसे में ठेकेदार अपने नुकसान की भरपाई के लिए अवैध रूप से खुदाई कर रहा है.
अवैध बालू की खुदाई होने पर शिकायत
मामले में स्थानीय ग्रामीण प्रवीण कुमार दुबे ने पोकलैंड मशीनों द्वारा बालू की खुदाई होने की शिकायत की है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन, जिलाधिकारी, आईजीआरएस, खनन विभाग और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई है.
मामले में कार्रवाई न करने का आरोप
शिकायतकर्ता प्रवीण कुमार दुबे का आरोप है कि मामले में अब तक कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं सदर एसडीएम ने लाॅकडाउन में प्रशासन की व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों में व्यस्तता अधिक है, जिसके कारण शिकायत का निस्तारण नहीं किया जा सकता है.
शिकायतकर्ता ने लगाया मिलीभगत का आरोप
शिकायतकर्ता प्रवीण कुमार दुबे का आरोप है खनन विभाग और राजस्व विभाग मामले से अनभिज्ञ नहीं है. इन दोनों विभागों की मिलीभगत से यहां अवैध रूप से खनन का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने राजस्व और खंड विभाग पर पूर्व में रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया है. शिकायतकर्ता प्रवीण कुमार दूबे का कहना है कि ठेकेदार को माझा में जिस स्थल का पट्टा हुआ था वहां से करीब 500 मीटर की दूरी पर अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है.