नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को लेकर मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने दिए निर्देश - उत्तर प्रदेश दिवस
23 जनवरी को सुभाष चन्द्र बोस जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस मौके पर आजादी प्राप्ति के संघर्ष और उनमें सुभाष चन्द्र बोस के योगदान पर चर्चा, संवाद, निबंध, प्रतियोगिता आयोजित किए जाने के निर्देश मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने मंडल के पांचों जिलों के जिलाधिकारियों को दिए हैं. साथ ही 24 से 26 जनवरी तक उत्तर प्रदेश दिवस मनाए जाने के संदर्भ में भी उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है.
अयोध्या: मंडल के सभी 5 जिलों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा. पराक्रम दिवस और 24 से 26 जनवरी तक उत्तर प्रदेश दिवस मनाए जाने के निर्देश मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने मंडल के पांचों जिलों के जिलाधिकारी को दिए हैं. इस निर्देश में यह भी बताया गया है कि 25 जनवरी को मतदाता समन्वय दिवस भी मनाया जाएगा. इन कार्य दिवसों में अयोध्या,अंबेडकर नगर,सुल्तानपुर,अमेठी, बाराबंकी जनपदों में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा.
मंडल के हर जिले में होंगे सांस्कृतिक आयोजन
आयुक्त अयोध्या मण्डल एमपी अग्रवाल ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार उन जनपदों में जहां सांस्कृतिक विभाग के अधिकारी तैनात हैं, वहां सांस्कृतिक विभाग नोडल तथा अन्य जिलों में सूचना विभाग कार्यालय जिला प्रशासन के सहयोग से उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम आयोजित करायेगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम स्थल पर खादी एवं ग्रामोद्योग, सूक्ष्म, लघु, माध्यम उद्यम एवं निर्यात संवर्धन विभाग 'एक जनपद एक उत्पाद' की प्रदर्शनी लगायी जायेगी. उत्तर प्रदेश दिवस की थीम ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश‘ 'सबका साथ सबका विकास' महिला-युवा-किसान पर होगी. मिशन शक्ति थीम पर आधारित प्रदर्शनी भी लगायी जाय. उन्होंने 25 जनवरी को मतदाता दिवस पर मतदाताओं को जागरूक करने हेतु कार्यक्रम कराने के निर्देश दिए हैं.
पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा नेता जी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिवस
23 जनवरी को सुभाष चन्द्र जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा. साथ ही आजादी प्राप्ति के संघर्ष, उसमें सुभाष चन्द्र बोस के संघर्ष और बलिदान एवं उनके पराक्रम पर चर्चा, संवाद, निबंध, प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. मंडलायुक्त ने बताया कि बीते 19 जनवरी को मण्डल स्तर की सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन कर फरूवाही लोकनृत्य एवं पारम्परिक राम लीला का प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान हेतु दलों का चयन कर इसकी सूचना प्रमुख सचिव संस्कृति उ0प्र0 शासन लखनऊ को भेज दी गयी है.