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राम मंदिर भूमिपूजन की तिथि पर देश की परिस्थिति को देखते हुए लेंगे निर्णय: ट्रस्ट

लोगों को रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में मंदिर निर्माण की तिथि को लेकर कई पूर्वानुमान सामने आ रहे हैं. वहीं ट्रस्ट ने आगाह किया है कि मंदिर निर्माण को लेकर सुनी सुनाई बातों पर विश्वास न किया जाए. ट्रस्ट की ओर से सर्वसम्मति से निर्णय लिए जाने के बाद मंदिर निर्माण की तिथि घोषित की जाएगी.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

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Published : Jun 18, 2020, 6:51 PM IST

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तिथि को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने विराम लगा दिया है. ट्रस्ट ने भारत-चीन सीमा (LAC) पर तनाव की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया है. ट्रस्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमें सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए. मंदिर निर्माण की तिथि आधिकारिक रूप से घोषित की जाएगी. राम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. निर्माण कार्य में ढील मिलने के बाद राम जन्मभूमि परिसर में समतलीकरण का काफी कार्य किया जा चुका है.

जानकारी देते श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र.

रामलला के मंदिर निर्माण की तिथि को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जा रहे थे. अटकलें लगाई जा रही थीं कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. वहीं ट्रस्ट की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर देश, काल और परिस्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा. ट्रस्ट का वित्तीय कार्यभार देख रहे डॉ. अनिल मिश्र का कहना है कि राम जन्मभूमि परिसर में नित्य ही पूजा की जाती है, लेकिन मंदिर निर्माण की शुरुआत की कोई योजना नहीं है.

रामलला.

2 जुलाई को राम मंदिर की आधारशिला रखने का लगाया जा रहा था अनुमान
16 जुलाई को सूर्य देव दक्षिणायन हो जाएंगे. सूर्य देव के दक्षिणायन होने के बाद किसी शुभ कार्य की शुरुआत हिंदू धर्म में नहीं की जाती है. राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का विषय है. इसलिए मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तारीख 2 जुलाई उपयुक्त मानी जा रही थी. अब ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की तिथि को लेकर लगाए जा रहे अनुमान को स्पष्ट रुप से नकार दिया है. ट्रस्ट की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंदिर निर्माण की तिथि पर निर्णय देश-काल और परिस्थिति को देखते हुए लिया जाएगा.

भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति को देखते हुए ट्रस्ट ने लिया निर्णय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भारत-चीन सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है. ट्रस्ट की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत-चीन सीमा की स्थिति गंभीर है. देश की सुरक्षा हम सबके लिए सर्वोपरि है. राम मंदिर निर्माण के कार्य को प्रारंभ करने की तिथि देश-काल की परिस्थिति को देखते हुए सही समय पर आधिकारिक रूप से घोषित की जाएगी.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति.
'काल्पनिक बातें प्रतिष्ठा कम करती हैं'कई समाचार पत्रों और मीडिया संस्थानों द्वारा मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम की तिथि 2 जुलाई बताई गई थी लेकिन अब ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई कार्यक्रम निश्चित नहीं किया गया है. सुनी-सुनाई और काल्पनिक बातें प्रतिष्ठा कम करती हैं. फिलहाल ट्रस्ट ने अभी अपने वेबसाइट और ई-मेल को सार्वजनिक किया है.

'2 जुलाई के कार्यक्रम की ट्रस्ट के सदस्यों को जानकारी नहीं'
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का वित्तीय कार्यभार देख रहे डॉ. अनिल मिश्र का कहना है कि 2 जुलाई के कार्यक्रम की उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि इसकी सूचना उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से मिली है. ट्रस्ट ने अभी तक कोई ऐसा निर्णय नहीं लिया है. ट्रस्ट के सदस्य डाॅ. अनिल मिश्र का कहना है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की गतिविधियां जारी हैं. मंदिर निर्माण को लेकर अगर कोई तिथि तय की जाती है तो इसकी जानकारी ट्रस्ट के सदस्यों को दी जाएगी. साथ ही आधिकारिक रूप से इस निर्णय से सभी को अवगत कराया जाएगा.

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