अयोध्या: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन में शामिल होने का आग्रह किया गया है. ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने पीएम से अयोध्या आने का निवेदन किया है. ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया राममंदिर शिलान्याल को लेकर पीएम मोदी से 3 या 5 अगस्त के लिए समय मांगा गया है. अब अंतिम निर्णय पीएम मोदी कार्यालय को लेना है.
राम मंदिर भूमि पूजन के लिए पीएम को किया गया आमंत्रित, पीएमओ लेगा अंतिम निर्णय: चंपत राय
यूपी के अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के भूमिपूजन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आंमत्रण पत्र भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री से 3 या 5 अगस्त को भूमि पूजन के लिए समय मांगा गया है. हालांकि अंतिम निर्णय पीएमओ को ही लेना है.
अयोध्या के सर्किट हाउस में हुई बैठक
रामनगरी में हुई श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में ट्रस्ट के सभी 15 पदाधिकारी शामिल हुए. वहीं इस बैठक में 4 सदस्य ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए. उडुपी के जगतगुरु मथुराचार्य, विश्व प्रसन्न तीर्थ जी महाराज, प्रयागराज के ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती और ट्रस्ट के गठनकर्ता व सदस्य के. पाराशरन ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए. इसके साथ शासन स्तर पर उत्तर प्रदेश के अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी अयोध्या के जिलाधिकारी व पदेन ट्रस्टी अनुज कुमार झा और एसएसपी आशीष तिवारी बैठक में मौजूद रहे. अयोध्या के सर्किट हाउस में 3 घंटे चली बैठक में ट्रस्टियों ने मंदिर निर्माण के हर पहलुओं पर गंभीरता से चर्चा की.
बता दें कि राम मंदिर निर्माण को लेकर अगस्त महीने की 3 या 5 तारीख को राम मंदिर के भूमि पूजन पर सहमति बनी. इसके लेकर पीएम मोदी को आमंत्रण पत्र भेज दिया गया है. हालांकि ट्रस्ट ने अंतिम निर्णय पीएमओ कार्यालय पर छोड़ दिया है. इसके साथ ही बैठक में संतों की मांग पर विचार करते हुए मंदिर के मॉडल में भी परिवर्तन का निर्णय लिया गया. राम मंदिर अब पूर्व के प्रस्तावित मॉडल से 13 फीट अधिक ऊंचा होगा. वहीं मंदिर में 3 गुंबद की जगह 5 गुंबद बनाए जाएंगे.
ट्रस्ट के महामंत्री ने दी जानकारी
बैठक समाप्त होने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि पूज्य स्वामी नृत्य गोपाल दास ने राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री से निवेदन किया है. उन्होंने पीएम को अयोध्या आने के लिए अतिथियों का सुझाव भी दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय देश की सीमाओं पर स्थिति और कोरोना महामारी में देश व देशवासियों की परिस्थितियों को देखते हुए समग्र रूप से निर्णय लेगा. अब पीएमओ कार्यालय ट्रस्ट द्वारा सुझाए गए तिथियों पर विचार करके निर्णय लेगा. ट्रस्ट के महामंत्री ने कहा है कि राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर अंतिम रूप से निर्णय अब पीएमओ कार्यालय को लेना है.