अयोध्या: शहर के कोतवाली नगर क्षेत्र के व्यस्ततम इलाके खवासपुरा में एक बैंक अधिकारी युवती की आत्महत्या की घटना से सनसनी फैल गई. बैंक अधिकारी ने अपने कमरे में दुपट्टे के सहारे फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है. मृत बैंक अधिकारी श्रद्धा गुप्ता पिछले पांच वर्षों से अयोध्या में रह रही थी. इस दौरान वह पंजाब नेशनल बैंक के रीजनल ऑफिस और खवासपुरा शाखा में भी तैनात रही. मृत बैंक अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम का जिक्र किया है जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है.
मृत महिला बैंक अधिकारी के भाई रितेश गुप्ता ने बताया कि कल रात से वह अपनी बहन को फोन मिला रहे थे, लेकिन वह फोन नहीं उठा रही थी. रात में उन्होंने सोचा कि बहन सो गई होगी, इसलिए उन्हें कोई चिंता नहीं हुई. सुबह भी जब फोन करने पर उनकी बहन ने फोन नहीं उठा तब उन्होंने मकान मालिक को फोन कर अपनी बहन से बात कराने की बात कही, जिसके बाद पूरा प्रकरण सामने आया.
परिजन और पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया, जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. पुलिस को मिले सुसाइड नोट में तीन नाम बताए गए हैं, जिसमें विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी एसएसएफ लखनऊ और पुलिसकर्मी अनिल रावत के नाम लिखे मिले हैं.
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अखिलेश यादव ने सारकार पर साधा निशाना
इस घटना के बाद सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक की महिला कर्मचारी की आत्महत्या मामले में मिले सुसाइड नोट में जिस प्रकार पुलिस के लोगों पर सीधा आरोप है वो उप्र में बदहाल कानून-व्यवस्था का कड़वा सच है, इसमें सीधे एक आईपीएस अफसर तक का नाम आना बेहद गंभीर मुद्दा है. इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो.
वहीं एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच में जो भी आएगा. वह विधिक कार्रवाई की जाएगी. यह तीन कौन लोग हैं इसकी भी जांच की जा रही है. उनसे भी पूछताछ की जाएगी कि किस तरह से युवती इन लोगों से प्रताड़ित हो रही थी.