अयोध्या : सनातन धर्म पर तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान के विरोध में अयोध्या के संतों ने मोर्चा खोल दिया है. शनिवार की दोपहर प्रसिद्ध हरी धाम पीठ में संतों की एक बड़ी बैठक हुई. इसमें संतों ने उदयनिधि स्टालिन, डीएमके नेता ए. राजा के खिलाफ चीफ जस्टिस को पत्र लिखा. इसके बाद विवादित बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोतवाली अयोध्या में तहरीर दी.
मुकदमा दर्ज करने की मांग :हरीधाम पीठ में प्रसिद्ध संत राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मौजूद अयोध्या के प्रमुख संतों ने एक स्वर में तमिलनाडु के खेल मंत्री एमके स्टालिन, ए राजा के बयान पर नाराजगी जाहिर की. संत राजकुमार दास ने कहा कि सनातन को अपशब्द कहना, अब इन नेताओं का शौक हो गया है. समय आ गया है कि इन्हें सबक सिखाया जाए. हम चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से मांग करते हैं कि स्वतः संज्ञान लेकर वह इस मामले पर कार्रवाई करें. हमने पुलिस को भी तहरीर दी है. इन सभी नेताओं के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने और सनातन धर्म का अपमान करने का मुकदमा दर्ज करें.
देवी-देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं :संत राजकुमार दास ने कहा कि हमारे हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं को सम्मान दिया जाता है. भगवान राम लला, भगवान शिव,भगवान विष्णु, मां दुर्गा, लक्ष्मी, पार्वती, हनुमान जी महाराज सनातन धर्म के पूज्य देवी-देवता हैं. स्वामीनारायण संप्रदाय से जुड़े मंदिर में इन सभी देवी-देवताओं को स्वामीनारायण भगवान के सामने हाथ जोड़े हुए दिखाया गया है. यह कतई बर्दाश्त नहीं है. यह हमारे देवी-देवताओं का अपमान है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नाथ संप्रदाय से जुड़े हैं. नाथ संप्रदाय के संतों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें राक्षस बताया गया है. ऐसा बयान देने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.