अयोध्या: वर्ष 2004 से राम नगरी के अयोध्या शोध संस्थान में अनवरत रूप से चल रही रामलीला का मंचन एक बार फिर से शुरू हो गया है. आपको बता दें कि 22 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए प्रतिबंध के कारण इस रामलीला को बंद कर दिया गया था. इसके बाद 20 अप्रैल 2022 को यह रामलीला एक बार फिर से शुरू की गई थी. लेकिन, रामलीला मंचन स्थल अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच राम नगरी अयोध्या से काफी दूर हाईवे के किनारे होने के कारण इस रामलीला को दर्शक नहीं मिल रहे थे.
इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी और स्थानीय नागरिकों के अनुरोध पर इस रामलीला को अयोध्या के सरयू तट के किनारे स्थित भजन संध्या स्थल पर शुरू कर दिया गया. सोमवार देर शाम जिले के सांसद लल्लू सिंह ने भगवान राम लला सहित राम दरबार की आरती उतारकर इस भव्य रामलीला का शुभारंभ किया.
भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने दी जानकारी इसे भी पढ़े-151 वर्ष पुरानी इस रामलीला में पढ़ी जाती हैं रामायण की सभी चौपाई, जानिए रोचक इतिहास... संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सौजन्य से आयोजित होने वाली इस अनवरत रामलीला में अलग-अलग रामलीला मंडलियों से रामलीला का मंचन किया जाएगा. शुभारंभ के अवसर पर मीडिया से बात करते हुए फैजाबाद के भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि जब से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है, तब से अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है. इसलिए इस रामलीला का मंचन ऐसे स्थान पर किया जा रहा है जहां पर बड़ी संख्या में दर्शक राम भक्त श्रद्धालु इस रामलीला को देख सकें.
सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि भविष्य में इस रामलीला को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर और हाईटेक बनाने का प्रयास किया जाएगा. भजन संध्या स्थल धर्म नगरी अयोध्या से सटा होने के कारण अयोध्या के आम लोगों और साधु-संतों को रामलीला का मंचन देखने में आसानी होगी. आज से अनवरत रूप से अलग-अलग रामलीला कमेटियों का यहां पर रामलीला का आयोजन किया जाएगा.
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