अयोध्या: जिले में वेदमंत्रों के साथ अयोध्या महोत्सव के आयोजन के लिए भूमि पूजन किया गया. आयोजन स्थल को राजा राम की अयोध्या की थीम पर संवारने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है. 25 फरवरी से 7 मार्च तक राजकीय पालिटेक्निक के निकट फॉरएवर लॉन में महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
अयोध्या महोत्सव का भूमिपूजन. संस्कृति और संस्कार शोध का विषय
महोत्सव के मुख्य संयोजक विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि अयोध्या की संस्कृति से वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा का उद्गम हुआ है. हमारी संस्कृति और संस्कार आज भी वैश्विक स्तर पर शोध का विषय हैं. आधुनिकता में हमारी पम्परा, संस्कृति और लोककलाएं जन-जन के बीच जिज्ञासा का विषय बन गई हैं. इसी उद्देश्य से अयोध्या महोत्सव का आयोजन किया गया है.
अयोध्या महोत्सव के स्थल का निरीक्षण. भूमिपूजन ये भी पढ़े:'कौशल्या सदन' में निराश्रितों को मिलेगा आसरा, जल्द शुरू होगी योजना
'प्रतिभा को निखारने की आवश्यकता'
विधायक रामचन्द्र यादव ने बताया कि प्रतिभाओं को निखारने की आवश्यकता है. महोत्सव इन्हीं प्रतिभाओं को समाज के समक्ष आने का अवसर प्रदान करता है. विधायक शोभा सिंह चौहान ने कहा कि पिछले कई वर्षों से अयोध्या महोत्सव ने यहां के सांस्कृतिक महत्व से जनसमान्य को अवगत कराने में बड़ी भूमिका निभाई हैं.
साहित्य, कला और संगीत का संगम महोत्सव के मंच पर
भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने कहा कि साहित्य, कला और संगीत का अनूठा संगम अयोध्या महोत्सव के मंच पर दिखाई देगा. इस तरह के कार्यक्रमों से हमारी परम्पराएं सदा जीवित रहेंगीं. महोत्सव न्यास अध्यक्ष हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि भूमिपूजन के बाद श्रीराम प्रवेश द्वार, श्रीराम मंडपम, श्रीरामकला गांव और श्रीरामकला दीर्घा का निर्माण प्रारम्भ हो गया. कुशल कारीगर इसे मूर्त रूप देने में लग गए है.
इस दौरान भाजपा नेता शक्ति सिंह, अमित सिंह चौहान, सूर्य प्रकाश श्रीवास्तव, रवि तिवारी, चन्द्र प्रकाश गुप्ता, महंत गिरीश पति त्रिपाठी, रामू प्रियदर्शी, कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू, अरुण द्विवेदी, रेणुका श्रीवास्तव, आकाश अग्रवाल, अभिषेक सिंह, दानिश, नाहिद कैफ, चन्द्रशेखर तिवारी, विवेक पाण्डेय, बृजमोहन तिवारी, श्रुति श्रीवास्तव, विजय यादव, मोहित मिश्रा, राजेश गौड़ आदि मौजूद रहे.