अयोध्या:कार्यों में शिथिलता बरतने और अपनी जिम्मेदारी का सही तरह से निर्वहन न करने की एक बड़ी सजा अयोध्या मंडल के उप कृषि निदेशक अशोक कुमार (Deputy Agriculture Director Ashok Kumar) को भुगतनी पड़ी है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi) योजना के पेंडिंग केस की सही जानकारी न दे पाने के कारण कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Agriculture Minister Surya Pratap Shahi) ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा उन्होंने बैठक में मौजूद संयुक्त कृषि निदेशक (Joint Agriculture Director) की स्क्रीनिंग करने के भी निर्देश दिए हैं. कृषि मंत्री की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. जानकार इसे साल 2022 के चुनाव को देखते हुए प्रदेश सरकार की सक्रियता से जोड़ कर देख रहे हैं.
जानकारी देते कृषि मंत्री. उप कृषि निदेशक पर गिरी गाज
विभागीय बैठक में उप कृषि निदेशक अशोक कुमार कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पेंडिंग केसेज की जानकारी नहीं दे पाए. यही नहीं, जब कृषि मंत्री ने गेहूं खरीद के क्लस्टर के बारे में जानकारी मांगी तो वह भी वे नहीं दे पाए. नाराज कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बैठक में ही उप कृषि निदेशक अशोक कुमार को तात्कालिक प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और बैठक में मौजूद संयुक्त कृषि निदेशक की भी स्क्रीनिंग करने के आदेश दिए.
इसे भी पढ़ें:हमने सरकार के पहले दिन से की किसानों की चिंताः सूर्य प्रताप शाही
बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही बहुत नाराज दिखे. उन्होंने विभाग के अन्य अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को ठीक से नहीं निभाया तो कार्रवाई के लिए अगला नंबर उनका हो सकता है. कृषि मंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) किसानों के हित के लिए चिंतित हैं और अगर कृषि विभाग के अधिकारी इतने गैर जिम्मेदार होंगे तो केंद्र और प्रदेश सरकार की तमाम योजनाएं क्रियान्वित कैसे हो पाएगी. इसलिए सभी अधिकारी जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी करें.
राम मंदिर ट्रस्ट पर लगे आरोपों को गलत बताया
इससे पहले, अयोध्या पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने धार्मिक नगरी में मंदिरों का दर्शन पूजन किया. उसके बाद सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. सूर्य प्रताप शाही ने राम मंदिर ट्रस्ट पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत बताते हुए विपक्षी नेताओं पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. कहा कि यह लोग राम विरोधी हैं. राम मंदिर निर्माण में बाधा डालना चाहते हैं. इसलिए समाज को भ्रमित करने के लिए तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि यह वही लोग हैं जो अभी तक भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए उन्हें काल्पनिक बताते थे. आज भगवान राम और उनके मंदिर में उनकी इतनी आस्था जाग उठी है कि तथ्यहीन आरोप लगाकर राम भक्तों के साथ अन्याय होने की दुहाई दे रहे हैं.
'रामभक्तों की हत्या करने वाले खुद को बता रहे हैं रामभक्त'
सूर्य प्रताप शाही ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही लोग हैं जिनकी वजह से अयोध्या में एक रक्तरंजित इतिहास लिखा गया. सपा सरकार में मुलायम सिंह के निर्देश पर अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलाई गईं, उनका खून बहाया गया. उस वक्त भी यह कहा गया था कि अयोध्या में परिंदा पर नहीं मार सकता. लेकिन जो हुआ वह सब ने देखा. आज अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है यह इन राम विरोधियों को रास नहीं आ रहा है.