अयोध्या : राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होते ही अयोध्या के चौतरफा विकास का कार्य भी अब शुरू हो गया है. अयोध्या विकास प्राधिकरण 35 करोड़ की लागत से ऐतिहासिक सूर्यकुंड मंदिर का भी विकास करने जा रहा है. मान्यता है कि भगवान श्रीराम का जब जन्म हुआ था तब भगवान सूर्य और सभी देवी-देवता सूर्य कुंड में भगवान राम के दर्शन के लिए एक माह तक विश्राम किए थे.
भगवान राम के दर्शन के लिए देवी-देवताओं ने सूर्य कुंड में एक माह तक किया विश्राम
अयोध्या के दर्शन नगर में स्थित सूर्य मंदिर व कुंड का जीर्णोद्धार अयोध्या के तत्कालीन राजा दर्शन सिंह ने कराया था. इसका अपना पौराणिक महत्व है. ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम का जब जन्म हुआ था तब भगवान सूर्य और सभी देवी-देवता सूर्य कुंड में भगवान राम के दर्शन के लिए एक माह तक विश्राम किए थे.
कुंड में स्नान से दूर होता है कुष्ठ रोग
सूर्यकुंड मंदिर का प्रबंधन हनुमानगढ़ी मंदिर द्वारा किया जाता है. हनुमानगढ़ी की सागरिया पट्टी के वरिष्ठ संत व संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय दास कहते हैं कि यह भी मान्यता है कि सूर्य मंदिर के कुंड में यदि कुष्ठ रोगी स्नान कर लेता है तो उसका कुष्ठ रोग समाप्त हो जाता है. इसलिए प्रत्येक रविवार को कुष्ठ रोग से ग्रसित श्रद्धालु सूर्य मंदिर में दर्शन व कुंड में स्नान करते हैं.
सूर्य मंदिर व कुंड का होगा जिर्णोद्धार. 35 करोड़ की लागत से सूर्य मंदिर व कुंड का होगा कायाकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्य कुंड का दौरा कर इसके विकास की योजनाओं के लिए आदेश दिया था. अब शुरू में 35 करोड़ की विकास योजनाओं से सूर्य कुंड के कायाकल्प करने की योजना बनी है. सूर्य कुंड में भगवान राम के जीवन-चरित्र का चित्रांकन बॉण्डरी में किया जाएगा. कुंड में पार्क बच्चों के लिए डेवलप किया जाएगा, जिसमें बड़े-बड़े झूले लगेंगे. यही नहीं सूर्य कुंड में साइंस पार्क विकसित किया जाएगा. रात के लिए वाटर थिएटर बनाए जाएंगे.
सूर्य मंदिर व कुंड का होगा जिर्णोद्धार. भगवान सूर्य की आराधना के लिए एक वाटिका और हवन कुंड भी बनेगा
साथ ही भगवान सूर्य की आराधना के लिए एक वाटिका और हवन कुंड भी बनाया जाएगा. क्षेत्र में रोजगार के लिए 50 दुकानें भी बनाईं जाएंगी. शाम के समय लाइट एंड साउंड का आयोजन होगा. यह सारी चीजें अयोध्या विकास प्राधिकरण और नगर निगम के प्रयास से होगा. विकास प्राधिकरण और नगर-निगम का प्रयास है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालु कम से कम 3 दिन अयोध्या में रहें, इस तरीके से अयोध्या का विकास किया जा रहा है. 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर की आधारशिला रखने के बाद से अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.