अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मामले में नौ नवंबर 2019 को फैसला आया था. विश्व हिंदू परिषद ने छह दिसंबर को शांति के रूप में मनाने का फैसला किया है, वहीं मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने छह दिसंबर को बड़े स्तर पर गम के रूप में मस्जिदों में मनाए जाने का एलान कर दिया है.
एसएसपी आशीष तिवारी ने अयोध्या की सुरक्षा का जायजा लेते हुए कहा कि जिस तरह से 9 नवंबर 2019 को फैसले के दिन सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया था, उसी प्रकार कल का दिन भी शांतिपूर्ण होगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, इसमें एटीएस कमांडोज, पीएसी की तीन दर्जन से ज्यादा बटालियन समेत अन्य पुलिस दस्ते को लगाया गया है.
छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील, ATS के कमांडोज घूमेंगे सिविल ड्रेस में - अयोध्या की सुरक्षा
विश्व हिंदू परिषद छह दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाता है तो मुस्लिम पक्षकार इसे काला दिवस यानी यौमे गम के रूप में मनाते हैं. इन सबके मद्देनजर अयोध्या को एक बार फिर छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया है.
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छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील
छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील.
अयोध्या की सुरक्षा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को लगाया गया है, लेकिन जनजीवन पहले की तरह सामान्य है. यहां के लोकल निवासी परिचय पत्र के आधार पर जा-आ सकते हैं, लेकिन परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य है. तीन टुकड़ी कमांडो को भी लगाया गया है, जिसमें से 12 कमांडों को सिक्योरिटी के साथ सिविल ड्रेस में भी प्रमुख स्थानों पर लगाया गया है, जो लोगों के साथ घुले मिले रहेंगे.
-आशीष तिवारी, एसएसपी