अयोध्या: दीपावली पर 499 वर्ष बाद तीन बड़े ग्रह शुक्र अपने मित्र कन्या की राशि में हैं, तो बृहस्पति, शनि एक साथ अपनी ही राशि मे उपस्थित रहेंगे. शनिवार को ही चतुर्दशी और अमावस्या का भी दिव्य संयोग 17 वर्षों बाद 14 नवंबर को ही मिल रहा है, जो सर्वार्थ सिद्धि का योग बना रहा है. यह समृद्धि के लिए महाशुभ है.
समृद्धि के लिए महाशुभ है इस बार की दीपावली. 13 नवंबर को ही नक्षत्रों के महासंयोग
रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम के अनुसार 13 नवंबर को ही नक्षत्रों के महासंयोग का आरम्भ हो रहा है. उसी समय उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रीरामलला के सम्मुख दीप प्रज्जवलित का आयोजन है. जो सम्पूर्ण सृष्टि मे रह रहे सनातनियों के लिए अत्यन्त दुर्लभ और परम कल्याणकारी है.
रामादल मुख्यालय पर 'लक्ष्मीनारायण महायज्ञ 'का श्रीगणेश
प्रदेश सरकार के प्रयासों को सार्थक और सफल बनाने हेतु दुनियाभर में मनाए जाने दीपावली के महापर्व के केन्द्र अयोध्या में सरयू तट की राम पैड़ी स्थित रामादल मुख्यालय पर 'लक्ष्मीनारायण महायज्ञ' का श्रीगणेश किया जायेगा. 16 दिन तक चलने वाले इस महायज्ञ में नित्य सरयूजी में 108 बत्तियों वाला घी का दीपक प्रवाहित करने के साथ अयोध्या जी के पांच प्रमुख शिवालयों पर दुग्धाभिषेक करते हुए घी का दीपक प्रज्ज्वलित किया जायेगा.
विष्णु सहस्रनाम के साथ-साथ श्रीसूक्त एवं अष्ट लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ
महायज्ञ में महालक्ष्मी के अमोघ एकाक्षरी महामंत्र का जाप और विष्णु सहस्रनाम के साथ-साथ श्रीसूक्त एवं अष्ट लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करते हुए आहुति दी जायेगी. हाथी पर सवार महालक्ष्मी के साथ ही गणेशजी की प्रतिमा और श्रीयन्त्र घर पर लाकर उसका पूजन करने से नक्षत्रों की अनुकूलता बनती है.
रामादल ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित कल्कि राम के अनुसार इसमें किंचित मात्र संदेह नहीं है. 30 नवम्बर को देव दीपावली पर 16 दिवसीय लक्ष्मीनारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के लोक कल्याणकारी, राष्ट्रवादी उपायों की सफलता एव॔ समृद्धिशाली भारत की प्रार्थना की जाएगी.