अयोध्या:आगामी 22 जनवरी 2024 को भगवान राम का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रस्तावित है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में मौजूद रहेंगे. वहीं, संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके अलावा देश सेवा में अपने प्राण गंवाने वाले शहीद जवानों के परिवार, लेखक, कवि, साहित्यकार और फिल्म जगत से जुड़े लोग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में अतिथि के रूप में शामिल होंगे.
सभी पद्धति और परंपराओं के संत होंगे शामिल: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में समाज के हर वर्ग के प्रतिष्ठित और सम्मानित लोगों को आमंत्रित किया गया है. पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सभी पूजन विधि में शामिल होंगे. प्रदेश में कार्यक्रम है इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी शामिल होंगी. महासचिव ने बताया कि पीएम मोदी ने पूरे विस्तार के साथ सभी विषयों को जानने की इच्छा रखी. इसीलिए उनसे मुलाकात कर सब कुछ बताया गया. देश में जितनी भी पूजा पद्धति, उपासना पद्धति दार्शनिक परंपरा हैं, उन सबसे जुड़े लगभग 140 परंपराओं से जुड़े 4000 संत इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों को किया गया आमंत्रित:श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया कि ढाई हजार ऐसे लोगों की सूची बनाई जा रही है, जो संत समाज से हटकर हैं और साधु नहीं है. ऐसे लोगों में वैज्ञानिक, उद्योगपति, बड़े व्यापारी, डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कलाकार, फिल्मकार, कवि, लेखक, बड़े अधिवक्ता, सेवानिवृत न्यायाधीश, पुलिस प्रशासन के सेवानिवृत बड़े अधिकारी, दुनिया में कहीं राजदूत रहे और राष्ट्रीय विचारों से जुड़े रहे हैं और भारत में निवास करते हैं उन्हें भी आमंत्रित किया जाएगा. देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपना जीवन गंवाने वाले और सरकार द्वारा उन्हें मरणोपरांत पुरस्कार परमवीर चक्र दिए जाने वाले जवानों के परिवार और राम मंदिर से जुड़े हुए जिन लोगों ने अपने प्राण दिए उनके परिवार को भी आमंत्रित किया जाएगा.