अयोध्या: भगवान रामलला के गर्भग्रह में प्रसाद वितरण व्यवस्था में बदलाव हुआ है. बदलाव के मद्देनजर रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने नाराजगी व्यक्त की है. नई व्यवस्था के अंतर्गत विराजमान भगवान रामलला के सामने पुजारी अब श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित नहीं कर रहे हैं. रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की मानें तो पिछले 2 दिनों से प्रसाद वितरण विराजमान रामलला से 200 मीटर आगे किया जा रहा है. प्रसाद वितरण व्यवस्था में लगे हुए लोग पुजारियों के हाथ से श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित करने पर प्रतिबंध लगा चुके हैं. इसको लेकर रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एतराज जताते हुए नाराजगी व्यक्त की है.
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राम जन्मभूमि ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठाते हुए कहा है कि कौन मालिक है यह नहीं पता. लेकिन, ट्रस्ट में कई मालिक हो गए हैं. साथ ही विश्व हिंदू परिषद के राम जन्मभूमि केयरटेकर गोपाल जी पर भी बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जो चाहते हैं वही करते हैं. सारी व्यवस्थाओं को बाधित कर रखा है. श्रद्धालुओं में निराशा है. श्रद्धालु दर्शन के बाद भगवान के सामने प्रसाद नहीं ले पा रहे हैं. इसका उन्हें खेद है.
बताते चलें कि भगवान रामलला के परिसर में दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से प्रसाद का एक पैकेट दिया जाता है. भगवान के सामने बैठे हुए पुजारी दर्शन उपरांत रामलला के श्रद्धालुओं को प्रसाद का एक पैकेट देते हैं जो प्रसाद श्रद्धालु अपने घर पर ले जाते हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद भगवान रामलला जब से अस्थायी मंदिर में विराजमान हुए हैं तब से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भोग लगा हुआ इलायची दाना प्रसाद का पैकेट श्रद्धालुओं को ट्रस्ट की तरफ से बांटा जा रहा है. लेकिन, इस व्यवस्था में अब बदलाव के बाद पुजारी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. भगवान राम लला के भक्तों को रामलला की सेवा में लगे हुए पुजारी प्रसाद वितरित नहीं कर रहे हैं. इसको देखते हुए श्रद्धालु भी अचंभित हैं. भगवान राम लला के दर्शन उपरांत लगभग 200 मीटर आगे जाने पर श्रद्धालुओं को कार्यकर्ताओं से प्रसाद वितरित किया जा रहा है. इस पर रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास सवाल उठाते नजर आ रहे हैं.
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