अयोध्या:कार्तिक कृष्ण पक्ष पंचमी, राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), आश्विन. पंचमी तिथि 04:52 AM तक उपरांत षष्ठी. नक्षत्र रोहिणी 08:47 PM तक उपरांत म्रृगशीर्षा.व्यातीपात योग 01:57 PM तक, उसके बाद वरीयान योग. करण कौलव 03:57 PM तक, बाद तैतिल 04:53 AM तक, बाद गर. अक्टूबर 14 शुक्रवार को राहु 10:46 AM से 12:12 PM तक है.चन्द्रमा वृषभ राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:27 AM
सूर्यास्त
5:58 PM
चन्द्रोदय
9:12 PM
चन्द्रास्त
11:18 AM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
शरद
विक्रम संवत - 2079, राक्षस
शक सम्वत - 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत - कार्तिक
अमांत - आश्विन
तिथि
कृष्ण पक्ष पंचमी - Oct 14 03:08 AM – Oct 15 04:52 AM
कृष्ण पक्ष षष्ठी - Oct 15 04:52 AM – Oct 16 07:03 AM
नक्षत्र
रोहिणी - Oct 13 06:41 PM – Oct 14 08:47 PM
म्रृगशीर्षा - Oct 14 08:47 PM – Oct 15 11:22 PM
Aaj Ka Panchang: आज के पंचांग में जानिए कैसी है ग्रहों की चाल - shubh muhurat grah nakshatra
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार ग्रह, नक्षत्र, और शुभ अशुभ मुहूर्त हमारे जीवन में गहरा असर डालते हैं. इनकी गणना के लिए ऋषि मुनियों ने पंचांग की मदद ली. जानिए आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang). पढ़िए शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह-नक्षत्रों की चाल के बारे में.
करण
कौलव - Oct 14 03:09 AM – Oct 14 03:57 PM
तैतिल - Oct 14 03:57 PM – Oct 15 04:53 AM
गर - Oct 15 04:53 AM – Oct 15 05:55 PM
योग
व्यातीपात - Oct 13 01:54 PM – Oct 14 01:57 PM
वरीयान - Oct 14 01:57 PM – Oct 15 02:24 PM
वार
शुक्रवार
त्यौहार और व्रत
रोहिणी व्रत
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:27 AM
सूर्यास्त - 5:58 PM
चन्द्रोदय - Oct 14 9:12 PM
चन्द्रास्त - Oct 15 11:18 AM
अशुभ काल
राहू - 10:46 AM – 12:12 PM
यम गण्ड - 3:05 PM – 4:32 PM
कुलिक - 7:53 AM – 9:19 AM
दुर्मुहूर्त - 08:45 AM – 09:31 AM, 12:35 PM – 01:21 PM
वर्ज्यम् - 02:59 AM – 04:45 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 11:49 AM – 12:35 PM
अमृत काल - 05:18 PM – 07:03 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:50 AM – 05:38 AM
आनन्दादि योग
मित्र Upto - 08:47 PM
मानस
सूर्या राशि
सूर्य कन्या राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा वृषभ राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत - आश्विन
पूर्णिमांत - कार्तिक
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - आश्विन 22, 1944
वैदिक ऋतु - शरद
द्रिक ऋतु - शरद
आज का सुविचार
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है, खुश रहने के लिए जिंदगी खड़ी है.