अयोध्या:भाद्रपद कृष्ण पक्ष षष्ठी (Bhadrapada Krishna Paksha shashti), राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), श्रावण. षष्ठी तिथि 08:24 PM तक उपरांत सप्तमी. नक्षत्र अश्विनी 09:57 PM तक उपरांत भरणी.गण्ड योग 08:56 PM तक, उसके बाद वृद्धि योग. करण गर 08:15 AM तक, बाद वणिज 08:25 PM तक, बाद विष्टि. अगस्त 17 बुधवार को राहु 12:30 PM से 02:06 PM तक है.चन्द्रमा मेष राशि पर संचार करेगा.
Aaj Ka Panchang 2022, आज के पंचांग में जानिए कैसी रहेगी ग्रहों की चाल - ग्रहों की चाल
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार ग्रह, नक्षत्र, और शुभ अशुभ मुहूर्त हमारे जीनव में गहरा असर डालते हैं. इनकी गणना के लिए ऋषि मुनियों ने पंचांग की मदद ली. हिन्दू पंचांग (Hindu Panchang) के अनुसार भाद्रपद कृष्ण पक्ष षष्ठी (Bhadrapada Krishna Paksha shashti) है. जानिए आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 17 August 2022). पढ़िए शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह-नक्षत्रों की चाल के बारे में.
सूर्योदय
6:07 AM
सूर्यास्त
6:54 PM
चन्द्रोदय
10:42 PM
चन्द्रास्त
11:58 AM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
वर्षा
विक्रम संवत - 2079, राक्षस
शक सम्वत - 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत - भाद्रपद
अमांत - श्रावण
तिथि
कृष्ण पक्ष षष्ठी - Aug 16 08:17 PM – Aug 17 08:24 PM
कृष्ण पक्ष सप्तमी - Aug 17 08:24 PM – Aug 18 09:21 PM
नक्षत्र
अश्विनी - Aug 16 09:07 PM – Aug 17 09:57 PM
भरणी - Aug 17 09:57 PM – Aug 18 11:35 PM
करण
गर - Aug 16 08:17 PM – Aug 17 08:15 AM
वणिज - Aug 17 08:15 AM – Aug 17 08:25 PM
विष्टि - Aug 17 08:25 PM – Aug 18 08:47 AM
योग
गण्ड - Aug 16 09:49 PM – Aug 17 08:56 PM
वृद्धि - Aug 17 08:56 PM – Aug 18 08:41 PM
वार
बुधवार
त्यौहार और व्रत
हल षष्ठी
सिंह संक्रांति
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:07 AM
सूर्यास्त - 6:54 PM
चन्द्रोदय - Aug 17 10:42 PM
चन्द्रास्त - Aug 18 11:58 AM
अशुभ काल
राहू - 12:30 PM – 2:06 PM
यम गण्ड - 7:43 AM – 9:19 AM
कुलिक - 10:55 AM – 12:30 PM
दुर्मुहूर्त - 12:05 PM – 12:56 PM
वर्ज्यम् - 08:12 AM – 09:55 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - Nil
अमृत काल - 02:30 PM – 04:09 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:31 AM – 05:19 AM
आनन्दादि योग
मृत्यु Upto - 09:57 PM
काण
सूर्या राशि
सूर्य अगस्त 17, 07:28 AM तक कर्क राशि, उपरांत सिंह राशि में प्रवेश
चंद्र राशि
चन्द्रमा मेष राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत - श्रावण
पूर्णिमांत - भाद्रपद
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - श्रावण 26, 1944
वैदिक ऋतु - वर्षा
द्रिक ऋतु - वर्षा
आज का सुविचार
आत्मविश्वास हमेशा सही होने से नही आता,
बल्कि गलत होने का डर न होने से आता है.