राम मंदिर से पहले बदलेगी कुंडों की तस्वीर, 60 करोड़ की योजना स्वीकृत
केंद्रीय पर्यटन विभाग और यूपी सरकार ने 60 करोड़ रुपये से अयोध्या के कुंडों को विकासित करने की योजना को स्वीकृति प्रदान की है. केंद्रीय पर्यटन विभाग व राज्य सरकार की इस संयुक्त परियोजना के जरिए रामनगरी स्थित दशरथ कुंड, अग्नि कुंड, सीता कुंड, सूर्य कुंड, विद्या कुंड, गणेश कुंड और हनुमान कुंड का विकास किया जाएगा.
अयोध्या: रामनगरी के सौंदर्यीकरण और पर्यटन विकास के लिए किए जा रहे तमाम प्रयास अब जमीन पर नजर आने लगे हैं. केन्द्रीय सरकार के पर्यटन विभाग एवं राज्य सरकार ने लगभग 60 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इस धनराशि से अयोध्या स्थित कुंडों का विकास और नोड अर्बन लैब प्रोजेक्ट बनाने का निर्देश दिया गया है. मंगलवार को मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल और जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की उपस्थिति में इसका प्रस्तुतीकरण किया गया.
मंडलायुक्त ने कहा कि अयोध्या में पर्यटन विकास के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं. जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि इस योजना के प्रारम्भिक चरण में दशरथ कुंड, अग्नि कुंड, सीता कुंड, खुर्ज कुंड, विद्या कुंड, गणेश कुंड और हनुमान कुंड को विकसित करने का प्रस्ताव बनाया गया है. मंडलायुक्त ने कहा कि अन्य कुंडों को भी इस परियोजना में शामिल किया जाए. वहीं नवीनतम बस स्टेशन पर पर्यटन सूचना केन्द्र की स्थापना और रख-रखाव के लिए आवश्यक योजना बनाई जाए.
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने अयोध्या के विकास के लिए बेहतर योजना बनाने का अह्वान किया है. इसका प्रस्तुतिकरण संस्था के प्रतिनिधि राहुल यादव की तरफ से किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य विरासत के विकास को महत्व देना है. उन्होंने कहा कि शहर के मुख्य स्थानों और कुंडों के विकास को योजना में प्रथमिकता दी जाएगी. पर्यटन को केन्द्र मानकर रामनगरी का विकास किया जाएगा. यहां नगरीय शिल्पग्राम, यात्री निवास, कल्पवास आदि के लिए मास्टर प्लान बनाने की योजना है.