अयोध्या : रामनगरी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष व मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के स्थान पर निवास कर रहे 48 वर्षीय संत हरिभजन ने चाकू से अपना गला रेत लिया. आनन-फानन स्थान के संत उन्हें जिला अस्पताल ले गए जहां इलाज के दौरान संत हरिभजन की मौत हो गई. अब पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
अयोध्या में 48 वर्षीय संत ने गला रेत की आत्महत्या यह भी पढ़ें :'विकास के नाम पर अयोध्या का हो रहा विनाश'
मणिराम दास छावनी में पिछले 20 वर्षों से कर रहे थे निवास
मामला अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के मणिराम दास छावनी मंदिर का है जहां पिछले 20 वर्षों से निवास कर रहे संत हरिभजन दास ने शनिवार सुबह अपने कमरे पर चाकू से अपना गला रेत लिया. इसकी सूचना भी खुद जाकर नजदीकी मेडिकल पर दी. इसके बाद आनन-फानन स्थान के संत उन्हें अयोध्या के श्री राम हॉस्पिटल ले गए. यहां से उन्हें छावनी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहीं, जिला अस्पताल में इलाज के दौरान संत हरी भजन दास की मौत हो गई.
यह भी पढ़ें :अवध विश्वविद्यालय के 25 वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन
छोटा सा स्थान बनाया था, वह भी सड़क चौड़ीकारण में चला गया
कुछ समय पहले गुजरात के सोमनाथ मंदिर के पास एक छोटा सा स्थान बनाया था. वह सड़क के चौड़ीकारण में चला गया. इसके कारण संत तनाव में रहते थे.
जिला अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ देर बाद निधन
मणिराम दास छावनी के संत दीपक ने बताया कि मणिराम दास छावनी के आवास पर हरिभजन दास रहते थे. घटना की जानकारी मिलते ही उनके कमरे में पहुंचे और उन्हें आनन-फानन श्री राम अस्पताल ले आए. इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर किया जहां कुछ देर बाद उनका निधन हो गया. बताया कि कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान थे.