अयोध्याः धार्मिक नगरी अयोध्या में विवादित ढांचे के गिराए जाने की 29वीं बरसी के मौके पर अयोध्या में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध रहेंगे. हालांकि बीते 2 सालों से पूर्व में आयोजित परंपरागत कार्यक्रम शांति व्यवस्था के दृष्टिगत आयोजित नहीं किये जा रहे हैं. इसके बावजूद इस दिन की संवेदनशीलता को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे.
विवादित ढांचे के ध्वंस की बरसी की पूर्व संध्या पर एसएसपी शैलेश पांडेय के नेतृत्व में अयोध्या में चेकिंग अभियान भी चलाया गया. प्रवेश की सभी मार्गों पर वाहनों की चेकिंग की जा रही है. 6 दिसंबर के मौके पर अयोध्या में प्रवेश करने वाले सभी बाहरी व्यक्तियों के आधार कार्ड और पहचान पत्र की जांच की जाएगी. जिला प्रशासन ने दोनों समुदाय से अपील की है कि इस दिन के मौके पर शांति व्यवस्था को बहाल रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें.
विवादित ढांचे के ध्वंस की 29वीं बरसी, सुरक्षा घेरे में जकड़ी अयोध्या अयोध्या की सुरक्षा को लेकर एसएसपी शैलेश पांडे ने कहा कि अयोध्या में श्रद्धालुओं का आगमन बढ़ा है. ऐसे में पहले से ही अयोध्या की सुरक्षा व्यापक स्तर पर की गई है. पुलिस प्रशासन की व्यवस्था दो चीजों पर होती है. एक तो सुरक्षा से कोई समझौता नहीं, दूसरा सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों को डेप्लॉयमेंट किया गया है. जिसमें सिविल पुलिस पीएसी अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगाई गई हैं. सुरक्षा में इंटेलिजेंस को भी लगाया गया है ताकि ऐसी कोई बात हो तो जानकारी मिल सके. एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि श्रद्धालुओं की आवाजाही में कोई दिक्कत न हो. इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है. आवाम को सुरक्षा का भरोसा दिलाया जा रहा है कि अयोध्या में सब कुछ ठीक है. सुरक्षा घेरे में जकड़ी अयोध्या इसे भी पढ़ें- सीएम योगी बोले- अब तक भाई-बहन और बुआ-बबुआ की जोड़ी कर क्या रही थी...पढे़ं पूरी खबर
दरअसल 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराया गया था. जिसको लेकर हिंदू समुदाय शौर्य दिवस, तो मुस्लिम समुदाय यौमे गम मनाता है. हालांकि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला रामलला के पक्ष में आ चुका है और अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भी शुरू हो चुका है. इसके बावजूद इस 6 तारीख को सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखी जाती है.
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