अयोध्या:अगर आस्था का संगम देखना है तो अयोध्या आना जरूरी है. यह बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि यहां का सौहार्द प्रेम और भगवान राम के प्रति आस्था के पुजारियों की भक्ति सजीव चित्रण प्रस्तुत करती है. जो दृश्य 14 कोसी परिक्रमा के दौरान अयोध्या में देखने को मिलता है. वह शायद ही किसी अन्य धर्म स्थलों पर आपको देखने को मिलता हो.
अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
परिक्रमा मंगलवार यानी 5 नवंबर की सुबह 6:05 से शुरू होनी है, लेकिन इसके लिए अयोध्या में श्रद्धालुओं का जत्था करीब 24 घंटे पहले से ही आना शुरू हो गया है. सोमवार की शाम होते-होते अयोध्या नगरी पूरे राम भक्तों से भरी पड़ी है. अयोध्या शहर के अधिकतर क्षेत्रों में श्रद्धालुओं का जत्था बड़ी संख्या में इधर-उधर भ्रमण करते देखा जा सकता है. परिक्रमा शुरू होने से पहले ईटीवी भारत की टीम ने अयोध्या का दौरा किया. इस दौरान परिक्रमा करने पहुंचे श्रद्धालुओं से बात की गई. परिक्रमार्थियों ने बताया कि वह सुबह ही घर से चले थे और शाम को अयोध्या पहुंचे हैं. रात में उन्हें किसी आश्रय स्थल का सहारा नहीं मिलेगा तो पार्क में ही रात गुजारनी पड़ेगी.
परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालु परिक्रमा किसी भी स्थल से शुरू करके वहां पूरी कर सकते हैं, लेकिन अधिकतर श्रद्धालु राम की पैड़ी पर स्नान करने के बाद परिक्रमा शुरू करते हैं. इसके साथ ही नाका हनुमानगढ़ी सहादतगंज, हनुमानगढ़ी समेत परिक्रमा रोड पर स्थित समस्त धार्मिक स्थलों से श्रद्धालु परिक्रमा की शुरुआत करते हैं.