औरैया: कोरोना की दूसरी लहर ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोल दी थी. प्रदेश के लखनऊ सहित कई शहरों से अस्पतालों में अव्यवस्था को लेकर लगातार खबरें सामने आईं. यहां तक कि विपक्ष तो विपक्ष सरकार के अपने ही मंत्रियों ने अस्पतालों में कोरोना की अव्यवस्थाओं के संबंध में सीएम को चिट्ठी तक लिख डाली. इससे सरकार की खूब किरकिरी भी हुई. हालांकि, कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है.
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जानिए कितनी है औरैया में तैयारी - कोरोना की तीसरी लहर
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर प्रदेश भर में तैयारियां की जा रही हैं. कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर औरैया जिला प्रशासन ने अभी तक क्या-क्या तैयारियां पूरी कर ली हैं, इसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत औरैया की टीम ने कोविड अस्पताल (covid hospital) में पड़ताल कर हकीकत जानी.
कोरोना की तीसरी लहर की क्या है तैयारी
WHO ने पहले ही तीसरी लहर को लेकर पूरे विश्व को चेताया है. यही वजह है कि पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सूबे की सरकार भी कोई लापरवाही बरतना नहीं चाहती है. कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर औरैया जिला प्रशासन ने अभी तक क्या-क्या तैयारियां पूरी की हैं, इसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत औरैया की टीम ने कोविड अस्पताल (covid hospital) में पड़ताल कर हकीकत जानी.
कोविड वार्डों में भले ही ऑक्सीजनयुक्त वेंटिलेटर व ऑक्सीजनयुक्त बेडों के दावे जिला प्रशासन ने कर दिए हों, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. वेंटिलेटर और बेडों में ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए पाइप की फिटिंग तो कर दी गयी है, लेकिन अभी तक ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. ऑक्सीजन प्लांट के लिए आए उपकरण बारिश में खुले में रखे हुए हैं. WHO के अनुसार, कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से अत्यधिक प्रभावशाली होगी. दूसरी लहर की अपेक्षा इस बार ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने की आशंका है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिले में अभी तक ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण न हो पाना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.