औरैयाः प्रदेश सरकार ने डेंगू व संक्रामक बीमारीयों से लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कड़े निर्देश जारी किए हैं. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का सिलसिला लगातार जारी है. जिले के कई गांवों में इस समय डेंगू व संक्रामक बीमारियों का कहर बरप रहा है. इससे पीड़ित लोगों को इलाज से जुड़ी तमाम स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का स्वास्थ्य विभाग लगातार दावा भी कर रहा है. लेकिन, जमीनी हकीकत दावों से कोसों दूर है. रविवार को ईटीवी भारत औरैया विकासखंड के ग्राम फरीदपुर पहुंचा और ग्रामीणों से स्वास्थ्य महकमे के दावों की जमीनी हकीकत जानी.
जानकारी के अनुसार, विकासखंड के ग्राम फरीदपुर में 22 लोग संक्रामक बीमारियों और डेंगू की चपेट में हैं. ग्रामीणों का कहना है कि लोग औरैया से अपना उपचार करा रहे हैं. वहीं, संक्रामक बीमारियों ने भी गांव में पैर पसार लिए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई थी. लेकिन, आज तक यहां विभाग की कोई भी कोई टीम नहीं आई, जिससे ग्रामीणों को सही उपचार मिल सके.
गांव के ही रहने वाले कुलदीप ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि रविवार को उनकी एक टीम गांव में भ्रमण करते हुए लोगों की टेस्टिंग करेगी. जांच के बाद दवाओं का वितरण भी किया जाएगा. लेकिन, यहां कोई भी नहीं आया. लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से लापरवाही बरत रहा है. वहीं, कुछ लोगों ने ये भी बताया कि गांव के कुछ लोग कानपुर में भी उपचार करा रहे हैं. जबकि, कुछ लोगों का उपचार औरैया में ही चल रहा है. स्वास्थ विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
लोगों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उनकी समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए. गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर लोगों की जांच कराएं, जिससे इन बीमारियों का प्रकोप कम हो सके. वहीं, डिप्टी सीएमओ डॉ. मनोज ने बताया कि जनपद में जिस क्षेत्र में डेंगू व संक्रामक की सूचना मिलती है, वहां स्वास्थ्य टीम को भेजकर लोगों की जांच व लार्वा के सैम्पल ले लिए जाते हैं. जनपद में डेंगू की वजह से अब तक सिर्फ 1 महिला की मौत हुई है. दो अन्य वृद्धों की जो मौत बताई जा रही है, उनका पहले से ही कहीं न कहीं किसी अन्य बीमारी का इलाज चल रहा था. अभी ये कह पाना मुश्किल है कि उनकी दो वृद्धों की मौत भी डेंगू से ही हुई है.
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