औरैया : समाज कल्याण विभाग में वृद्धावस्था पेंशन योजना के 562 लाभार्थियों के खातों को बदलकर करीब 66 लाख रुपये का घोटाला कर लिया गया था. मामला सामने आने पर डीएम के आदेश पर वर्ष 2017 व 2018 में जनपद में तैनात रहे दो समाज कल्याण अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.जांच में दोषी पाए गए दो सहायक पटल अधिकारियों को भी निलंबित किया गया है. ईटीवी भारत ने साल 2022 में 23 अप्रैल में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. इसके बाद यह मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया. अब मामले में कार्रवाई की गई है.
जनपद का समाज कल्याण विभाग सुर्खियों में रहा है. पूर्व में भी वृद्धावस्था पेंशन के नाम पर औरैया के समाज कल्याण विभाग के ऊपर काफी सवालिया निशान खड़े हो चुके हैं. वृद्धावस्था पेंशन योजना में घोटाले की जांच के बाद जनपद में 2017 में समाज कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात रहे शंकर लाल व 2018 में समाज कल्याण अधिकारी रहे श्रीभगवान पर मुकदमा दर्ज किया गया है. दोनों ने 562 लाभार्थियों के वृद्धावस्था पेंशन दूसरे खाते में ट्रांसफर कर 66 लाख रुपए का गबन किया था. डीएम के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है.
तत्कालीन डीएम ने गठित की थी जांच कमेटी :जिले के तत्कालीन डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत कई जीवित लाभार्थियों को मृत दिखाकर उनकी पेंशन को बंद करने व कई लाभार्थियों के खाते नंबर को बदलकर उनमें योजना की धनराशि ट्रांसफर करने के मामले की जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी समेत चार सदस्य टीम गठित की थी. जांच के आधार पर दोषी पाए गए दोनों समाज कल्याण अधिकारियों के खिलाफ मौजूदा डीएम नेहा प्रकाश के आदेश पर दिव्यापुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.