औरैयाःजिले में परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी मामला में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी. खुद को परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का रिश्तेदार और एआरएम के कथित पीआरओ बनकर ठगी करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इन्होंने 2 सगे भाइयों से नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी की थी. इस मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. वहीं, अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है.
दिबियापुर थाना क्षेत्र के हर्राजपुर निवासी सुधीर कुमार ने पुलिस अधीक्षक चारू निगम से ठगी की शिकायत की थी. शिकायती पत्र में बताया गया था कि करीब डेढ़ साल पहले अजीतमल पॉवर हाउस के पास रहने वाले नीतू यादव और अमावता निवासी अजीत सेंगर उसके घर आए थे. नीतू यादव ने उसके पिता धर्मपाल को बताया कि वह यूपीएसआरटीसी (UPSRTC) कानपुर जंक्शन में प्रभारी है. वहीं, अजीत सेंगर विभाग के बड़े अधिकारी हैं. इस दौरान दोनों ने अपने पहचान पत्र भी पिता को दिखाए.
सुधीर ने बताया कि उन्होंने पिता से कहा कि कानपुर देहात में क्लर्क के पद पर भर्ती होनी है. तुम्हारे बेटे सुधीर और देवेंद्र की नौकरी लगवा सकता हूं. दोनों को कानपुर देहात के माती स्थित परिवहन विभाग के कार्यालय में तैनाती मिलेगी और 74 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिलेगा. इसके लिए 10 लाख रुपये डोनेशन लगेगा, जोकि परिवहन मंत्री दयाशंकर, कानपुर-लखनऊ रीजनल मैनेजर आदि को दिया जाएगा. इसका भरोसा दिलाने के लिए उन्होंने उसके पिता को कई लोगों के जॉइनिंग लेटर भी दिखाए.