अमरोहाःजिले में भी टिड्डी दल के फसलों पर हमले का खतरा मंडरा रहा है, नजदीकी जिले अलीगढ़ और बुलंदशहर तक टिड्डी दल पहुंच गया है. बचाव को लेकर स्थानीय कृषि अफसर किसानों को जागरूक कर रहे हैं.
फसलों को कर जाते हैं चट
बता दें कि टिड्डी दल अनगिनत संख्या में चलते हैं और करीब 3 किलोमीटर लंबाई और 5 किलो मीटर चौड़ाई तक फैल जाते हैं. जिस क्षेत्र में यह बैठते हैं वहां के हर प्रकार के हरे पत्तों को चट कर जाते हैं. इनके बैठने पर फसल के साथ पेड़-पौधे भी नहीं बचते. टिड्डियों का दल अब नजदीकी जिले अलीगढ़ और बुलंदशहर तक पहुंच चुका है. ऐसे में अमरोहा में भी खतरा बढ़ गया है.
ऐसे करें बचाव
कृषि विभाग किसानों को बचाव के लिए जागरूक कर रहा है. खेतों के पास आग जलाकर, पटाखे फोड़कर, थाली और ढोल बजाने के सुझाव दिए जा रहे हैं. कीटनाशक रसायनों क्लोरोफॉर्मफोर्स साइपरमैथरीन के छिड़काव का भी सुझाव दिया जा रहा है.
जिले में टिड्डी दल के आने पर दें सूचना
कृषि अधिकारियों के मुताबिक टिड्डी दल शाम 6:00 बजे से 7:00 बजे तक जमीन पर बैठ जाता है सुबह 8:00 से 9:00 के बीच वह उड़ान भरता है. इसी अवधि में इनके ऊपर कीटनाशक छिड़काव कर इन्हें मारा जा सकता है. जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने सभी ग्राम प्रधान, लेखपालों, पंचायत सचिव को भी टिड्डी दल के संबंध में कृषि विभाग को सूचना देने के बाबत निर्देश देने की बात कही है.