अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में ऐतिहासिक गंगा मेला कोविड-19 की वजह से नहीं लग पाया, लेकिन दीपदान के लिए अनुमति दी गई है. शनिवार को अमरोहा जिला अधिकारी उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा ने गंगा तिगरी घाट का निरीक्षण किया. गंगा तिगरी घाट पर इस वर्ष कोरोना की वजह से कोई नहीं जा पाएगा. लेकिन प्रशासन ने दीपदान करने के लिए सशर्त अनुमति दी है. परिवार से सिर्फ दो लोग ही सोशल डिस्टेंस के साथ दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक दीपदान में शामिल हो सकेंगे.
आपको बता दें कि अमरोहा होकर गुजर रही गंगा नदी के तिगरी गंगा घाट पर हर वर्ष 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए आते हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस की वजह से रोक लगा दी गई है. इस वर्ष गंगा स्नान पर पाबंदी है. शनिवार को पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा के साथ जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने गंगा तिगरी घाट का निरीक्षण किया. साथ ही ये भी निर्देश दिया कि दीपदान करने के लिए परिवार से सिर्फ दो लोग ही जा पाएंगे.
अमरोहा: गंगा मेला पर प्रशासन का फरमान, एक परिवार से सिर्फ दो ही कर सकेंगे दीपदान - amroha news
अमरोहा जिले के गंगा तिगरी घाट पर हर वर्ष लगने वाला ऐतिहासिक गंगा मेला इस साल कोरोना की वजह से नहीं हो पाएगा. दरअसल इस वर्ष कोरोना की वजह से शासन-प्रशासन ने गंगा मेला की अनुमति नहीं दी है. मगर, प्रशासन ने दीपदान करने के लिए सशर्त अनुमति दी है.

प्रशासन ने दीपदान की दी सशर्त अनुमति.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दीपदान कार्तिक पूर्णिमा से एक दिन पहले मृत आत्माओं की शांति के लिए गंगा किनारे दीपदान किया जाता है. महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने तिगरी घाट पहुंचकर कौरवों की आत्मा शांति के लिए गंगा किनारे दीपदान किया था तभी से अमरोहा के तिगरी गंगा घाट पर यह परंपरा चली आ रही है.