अमरोहा: अनामिका शुक्ला की तरह ही अमरोहा में भी हरप्रसाद नाम का एक फर्जी शिक्षक मिला है. यह शख्स तीन जिलों में सरकारी नौकरी कर वेतन लेता रहा और किसी को इसकी भनक तक न लगी, लेकिन अनामिका शुक्ला के खुलासे के बाद जब सरकारी महकमों में जांच शुरू हुई तो हरप्रसाद की पोल खुल गई और उसकी 3 नौकरियों का खुलासा हो गया. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इस नटवरलाल शिक्षक के खिलाफ नौगामा सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है. साथ ही उसने जो आज तक वेतन लिया है, उसकी भी रिकवरी के आदेश दिए गए हैं.
दरअसल, बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद के आदेश पर बेसिक शिक्षा खंड अधिकारी मुकेश कुमार ने फर्जी शिक्षकों की जांच शुरू कराई तो अमरोहा जिले के अमरोहा ब्लॉक क्षेत्र के गांव अदलपुर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक हरप्रसाद जांच में फर्जी पाया गया. पता लगा कि हरप्रसाद के डॉक्यूमेंट फर्जी है और वह एक ही नाम पर तीन जगह नौकरी कर रहा है.
खुलासे में यह भी मालूम चला कि आदमपुर गांव में भी वह सरकारी विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर है. जबकि सम्भल में लेखपाल के पद पर नौकरी कर रहा है और बदायूं जनपद के गांव रैपुरा के प्राथमिक विद्यालय में भी अध्यापक के पद पर तैनाती पा ली थी. शिकायत होने पर जांच में उसकी नियुक्ति फर्जी मिली, इसके बाद बदायूं के बीएसए ने उसे 11 जून को बर्खास्त कर दिया.
तीनों जगह नौकरी करने वाले हर प्रसाद के शैक्षिक प्रमाणपत्र एक ही हैं. शिकायत सुनकर अमरोहा जनपद के बीएसए गौतम प्रसाद का भी माथा ठनक गया, उन्होंने आरोपित हेडमास्टर को तलब किया और हरप्रसाद के खिलाफ जांच के लिए अमरोहा के खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार को आदेश दे दिए. जांच में जब उसके दस्तावेजों का सत्यापन हुआ तो पता लगा कि दस्तावेज एक, नाम एक और नौकरी तीन जगह की जा रही है.