अमेठी:संजय गांधी अस्पताल का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह के नेतृत्व में सीएमओ कार्यालय के बाहर सत्याग्रह आंदोलन चल रहा है. वहीं, दूसरी तरफ अस्पताल में स्वास्थ सेवाएं बहाली को लेकर ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने स्मृति ईरानी मुर्दाबाद और संजय गांधी अस्पताल खोलने की मांग की.
मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के पूरे पहलवान चौराहे पर मंगलवार को संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस बहाल करने को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप था कि संजय गांधी अस्पताल राजनीतिक साजिश के तहत स्मृति ईरानी ने बंद करवाया है. स्मृति ईरानी का पुतला फूकने के बाद ग्रामीणों ने कहा संजय गांधी अस्पताल का निलंबन तत्काल वापस लिया जाए. संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित होते ही अमेठी की राजनीति में उथल पुथल मच गई. अस्पताल के लाईसेंस बहाल करने के लिए मुंशीगंज के व्यपारियों ने भी विरोध जताया था.
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व संजय गांधी अस्पताल में पथरी का ऑपरेशन कराने आई महिला की मौत हो गई थी. महिला के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था. परिजनों का कहना था कि उनके मरीज को एनेस्थीसिया के इंजेक्शन का ओवर डोज दिया गया था. जिससे उसकी मौत हो गई. शिकायत के बाद पुलिस ने CEO समेत 3 डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी.