अमेठी: योगी सरकार द्वारा शुरू की गई 'बीसी सखी योजना' का लाभ जिले की ग्रामीण महिलाओं को मिलने लगा है. इस योजना का मकसद ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. बता दें कि जिले में आर सेटी गौरीगंज की तरफ से ग्रामीण महिलाओं को 'बीसी सखी योजना' के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जानकारी के अनुसार इन सभी ग्रामीण महिलाओं का प्रशिक्षण मार्च तक पूरा हो जाएगा, जिसके बाद जमीनी स्तर पर ये बैंक सखी अप्रैल माह से काम करती नजर आएंगी.
अप्रैल से काम करती नजर आएंगी बैंक सखी, दिया जा रहा प्रशिक्षण
अमेठी जिले में ग्रामीण महिलाओं को 'बीसी सखी योजना' के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जानकारी के अनुसार इन सभी ग्रामीण महिलाओं का प्रशिक्षण मार्च तक पूरा हो जाएगा, जिसके बाद जमीनी स्तर पर ये बैंक सखी अप्रैल माह से काम करती नजर आएंगी.
648 बीसी सखी महिलाओं को प्रशिक्षण देने का है लक्ष्य
इस संबंध में बॉब के क्षेत्रीय उप प्रबंधक सुलतानपुर परिक्षेत्र फूलेंद्र पाठक ने बताया कि महिलाओं के कदमों को विकास पथ पर बढ़ाने का काम किया जा रहा है. इसी के तहत बीसी सखी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ग्रामीण महिलाओं को सीधे तौर पर रोजगार अप्रैल में मिल सकेगा. आर सेटी गौरीगंज के डायरेक्टर सुरेश पाण्डेय ने बताया कि बीती 6 जनवरी 2021 से जिले की ग्रामीण महिलाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू किया गया है. कुल 648 बीसी सखी महिलाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है. अब तक 6 बैच में 172 बीसी सखी को प्रशिक्षित किया जा चुका है.
ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार का बेहतरीन अवसर
प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं बीसी सखी प्रियंका मिश्रा, रेनू, लवली सिंह, अर्चना आदि ने बताया कि सरकार द्वारा हम समूह की महिलाओं को बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सखी (बीसी सखी) बनाकर रोजगार देने का एक बेहतर अवसर प्रदान किया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान हम लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है. हम लोग बेहद खुश हैं. प्रशिक्षण में सहयोग देने के लिए फैकल्टी के प्रकाश जायसवाल व महिमा सिंह, हेमन्त कुमार, अनुराग पाण्डेय, महेश कुमार आदि मौजूद रहे.