अमेठी: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल की संसद सदस्यता समाप्त होने एवं उनके सरकारी आवास को खाली करने के नोटिस को लेकर देश में सियासी बावल मचा हुआ है. एक तरफ भाजपा जहां इसे नियमों के तहत कार्रवाई होने का हवाला दे रही है वही, कांग्रेस ने इस मुद्दे को जनता के बीच जाकर भुनाना शुरू कर दिया है. जिस अमेठी से राहुल गांधी पिछला चुनाव हार गए थे, उस अमेठी में 'यह घर राहुल का है' के पोस्टर लग गए हैं. कांग्रेस नेताओं ने अमेठी को गांधी नेहरू से पारिवारिक रिश्ते का हवाला देते हुए अपना घर राहुल गांधी का घर बताया है. वहीं, बीजेपी नेताओं ने इस टिप्पणी करते हुए सवाल खड़ा किया है.
राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेता यह बोले. गांधी नेहरू परिवार का अतीत अमेठी में बहुत ही सुनहरा रहा है. अतीत में गांधी नेहरू परिवार और अमेठी एक दूसरे के पर्याय थे. अमेठी गांधी परिवार का अभेद दुर्ग के रूप में जाना जाता था. संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी सभी ने अपने चुनावी सफर की शुरुआत अमेठी से की थी. कालांतर में गांधी परिवार का किला ढह गया.
बीजेपी की स्मृति ईरानी ने तीन बार के अमेठी से सांसद रहे राहुल गांधी को विगत लोक सभा में चुनाव हरा दिया. वर्ष 2019 में राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद चुने गए. मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को दो वर्ष की सजा सुना दी गई जिससे उनकी सदस्यता समाप्त हो गई.
सदस्यता समाप्त होते ही राहुल गांधी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस मिल गया, जिसे लेकर देश भर में सियासत तेज हो गई. इसका असर अमेठी में भी दिखाई दे रहा है. अमेठी में जगह घरों पर पोस्टर लगाए गए है. पोस्टर में यह घर राहुल का है लिखा गया है. पोस्टर को लेकर अलग राय लोगों ने व्यक्त की है.
वहीं, कांग्रेस नेता अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जब राहुल गांधी ने जनसेवा को लेकर एलआईसी इपीएफ एसबीआई में तमाम घोटालों के माध्यम से सारे पैसे अडानी को दे दिए. राहुल गांधी ने यह प्रश्न पूछा संसद से लेकर बाहर तक पूछा कि की बताइए प्रधानमंत्री जी आपका और अडानी जी का क्या रिश्ता है. 20 हजार करोड़ रुपए कंपनियों में लगे हैं, वह किसका धन है तब सरकार बौखला गई. यह तानाशाह सरकार है. सरकार ने कुछ ऐसे कदम उठाए जो उनके लिए आत्मा घातक साबित होगा. राहुल गांधी की सदस्यता रद हो गई और उनका आवास खाली कराने का नोटिस दे दिया गया.
अब राहुल गांधी का आवास खाली कराने का सांसद कमेटी ने निर्णय लिया. अमेठी राहुल गांधी का परिवार है, पारिवारिक रिश्ता है. इस अमेठी के लिए गांधी परिवार ने इतना किया है की इस अमेठी को फर्श से लेकर अर्श पहुंचाया है. नौकरी की बात हो चाहे सेल, एएचएल, बीएचएल जैसी तमाम कंपनियों की बात हो इस तरह से गांधी परिवार ने अमेठी को चारों तरफ से जगमगा दिया है इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया कि हम लोगों का घर राहुल गांधी का घर है. मैंने भी अपना घर राहुल गांधी को दिया है. इस तरह अमेठी का जन जन राहुल गांधी को अपना घर देने का निर्णय लिया है.
वही अपने घर पर सौरभ मिश्रा ने भी पोस्टर लगाया है और अपने घर को राहुल गांधी को देने की बात कही है. उनका कहना है कि राहुल गांधी की जिस तरह से संसद की सदस्यता खत्म की गई और उनके आवास को खाली करने का जो निर्णय लिया गया यह तानाशाही रवैया है इसलिए राहुल गांधी के समर्थन में अमेठी का हर एक नागरिक हर एक जवान राहुल गांधी जी को जो अपना भाई मानता है जो महिलाएं अपना बेटा मानती है वह सभी महिलाएं अपने घर में पोस्टर लगा रहे हैं जो उनका घर है वह राहुल जी का घर है. इसी अभियान के साथ हम लोगों ने भी अपने आवास पर पोस्टर लगाया है.
कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देव मणि त्रिपाठी ने बताया कि अमेठी हमेशा कांग्रेस की रही है, राजीव जी की रही है. राजीव जी के बेटे राहुल जी हैं.यह सबको मालूम है. हमारी अमेठी गांधी परिवार को अपना परिवार मानते हैं. यही कारण है कि यहां से हारने के बावजूद पिछली बार 2019 के जो चुनाव हुए और वायनाड से जीतने के बाद भी अमेठी से इनका लगाव लगा रहा. करोना कॉल में जो भी जरूरत थी ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने करने के लिए जो मशीनें लगाई गई. घर-घर जाकर कंबल वितरण और जरूरत की सामग्री देने का काम करते रहते हैं. गांधी परिवार का अमेठी से आज भी जुड़ाव लगा हुआ है. हमारा उनके साथ परिवार जैसा है इसलिए हमारा घर और हमारे जैसे अमेठी के लोगों के सारे घर उनको देने का निर्णय लिया गया है.
वहीं, भाजपा के युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष विशु मिश्रा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी का जब देश नहीं है तो घर कैसे हो सकता है. वह दूसरे देश में जाकर भारत देश की बुराई करते हैं. कहते हैं कि वो वहां पर डेमोक्रेसी नहीं है, जब उनका देश नहीं है तो घर कैसे हो सकता है. उनका घर होता तो वायनाड जाकर क्यों चुनाव लड़ते तीन बार अमेठी की जनता ने उनको सांसद बनाया. वह कहते हैं कि अमेठी की जनता सतही है निकृष्ट है. अमेठी की जनता की बुराई करते हैं. कुछ कांग्रेसी नेताओं ने अपने घरों में पोस्टर लगाए हैं. अमेठी की जनता उन्हें पसंद नहीं करती है.
कमलेश तिवारी ने बताया कि देखिए वास्तविकता यह है कि राहुल गांधी का अमेठी ना घर था ना रहेगा ना है क्योंकि राहुल गांधी जब सांसद क्षेत्र अमेठी के लिए कुछ भी नहीं किया ना ही कभी कुछ काम करने के लिए यहां आते हैं यहां की जनता इसीलिए उनको पूरी तरीके से नकार दिया है. यहां पर कोई भी उनके विषय में चर्चा भी नहीं करता अब राहुल गांधी अपराधी हो गए हैं, पहले वह प्रधानमंत्री जी के बारे में गलत गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं, आप नेता हैं, आपके अंदर गंभीरता होनी चाहिए.सूरत कोर्ट ने इस मामले को लेकर उन्हें अपराधी सिद्ध कर दिया है.
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