अमेठी:उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सोमवार को पांचवां बजट पेश किया. इसमें वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अमेठी और बलरामपुर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए 175 करोड़ रुपये की सौगात दी है. इसको लेकर एकदिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंची केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी ने योगी सरकार का अभिनंदन किया. साथ ही अमेठी को मेडिकल कॉलेज की सौगत देने के लिए धन्यवाद दिया.
अमेठी दौरे पर स्मृति ईरानी. योगी सरकार को दिया धन्यवाद
ईटीवी भारत से खास बातचीत में स्मृति ईरानी ने कहा कि योगी सरकार ने के बजट में अमेठी को जो मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है. उसके लिए सरकार का अभिनंदन करती हूं. प्रदेश सरकार के कार्यकाल के आखिरी बजट पर उन्होंने कहा कि योगी सरकार का ये आखिरी बजट नहीं है. आगे आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जब प्रदेश में दोबारा सरकार बनाएगी तो आगे भी बजट पेश करेगी.
कांग्रेस पर साधा निशाना
एकदिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंची केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश की संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान कानून के ऊपर अपने उद्बोधन में आग्रह किया कि वह कौन सा आज है, जिस पर वह चर्चा करना चाहते हैं. बार-बार हमारे देश के कृषि मंत्री ने भी कहा अगर वह किसी कानून पर कोई भी बात करना चाहते हैं तो उनके ऑफिस के दरवाजे हमेशा खुले हैं.
गांधी परिवार ने हड़पी सम्राट साइकिल की जमीन
स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी खुद अपने गिरेबान में झांक कर देखें. शायद उन्हें याद आएगा कि कृषि क्षेत्र में रिफॉर्म की दृष्टि से उनकी अध्यक्षता में बने मैनिफेस्टो में स्वयं इस सुधार की बात उन्होंने इंगित की है. उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी अपनी बात को सार्वजनिक तौर पर झुठला रहे हैं. भारत के संसद में और संसद के बाहर चर्चा के बावजूद राहुल गांधी भ्रम इसलिए फैलाना चाहते हैं ताकि अपनी राजनीतिक रोटियां सेक सकें. स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं उस संसदीय क्षेत्र से आप को संबोधित कर रही हूं, जहां पर बरसों कांग्रेस परिवार का राज रहा है. इस संसदीय क्षेत्र में 3 लाख से ज्यादा किसानों को किसान सम्मान निधि मिली. इस संसदीय क्षेत्र में पहली बार कोई विज्ञान केंद्र तब खुला जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं. गांधी परिवार ने अमेठी में सम्राट साइकिल की जमीन को हड़पा है. पहले वे इन किसानों की जमीन को वापस करें फिर किसानों की बात करें.