अमेठी: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने अमेठी से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. उन्होंने अमेठी में अपना जो नामांकन पत्र दाखिल किया है उस पर आपत्ति दर्ज कराई गई है. इस मामले पर आज अहम फैसला आ सकता है. उनके वकील कोर्ट में गए हैं.
राहुल गांधी के नामांकन पत्र की जांच पर आज फैसला हो सकता है. दरअसल राहुल गांधी केरल के वायनाड के अलावा यूपी के अमेठी से भी चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने अमेठी में अपना जो नामांकन पत्र दाखिल किया है, उस पर यहां से ही निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुवपाल कौशल ने आपत्ति दर्ज कराई थी.
कोर्ट पहुंचे राहुल गांधी के वकील सी कौशिक का कहना है कि कम से कम मैं चार साल से सुनता आ रहा हूं. 2009, 2014 और अब 2019 में हर बार विपक्ष राहुल गांधी पर आक्षेप लगाता रहता है. हमने हर एक का जवाब दिया है. अगर आप देखेंगे चार स्वतंत्र प्रत्याशी हैं. चारों ने एक ही प्रकार के जवाब दिये हैं. यह अपने आप में एक सवाल है.
राहुल गांधी के नामांकन पत्र की जांच पर आज फैसला हो सकता है. उन्होंने कहा कि दो प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनका एक ही कम्प्यूटर पर टाइप हुआ है. दोनों ने अगल-अलग हस्ताक्षर किए हैं. या तो ये डमी हो सकते हैं, या तो ये पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं. ये निर्णय प्रेस का है और पब्लिक का है. इसमें वास्तविकता तो यही लग रही है इसमें राजनीतिक षड़यंत्र है.
सी कौशिक ने कहा कि ये नागरिकता का मुद्दा ही नहीं है. राहुल गांधी भारत में पैदा हुए थे. आजतक उनके पास हिन्दुस्तान का पासपोर्ट है. उन्होंने कभी किसी मुल्क की नागरिकता नहीं ली है. हमें पता है कि राहुल गांधी ने एमफिल 1995 में पास किया था. अब वे किसके दस्तावेज दे रहे हैं, कहां के दे रहे हैं, हमको नहीं पता. हमारा जवाब तैयार है हम कोर्ट को जवाब देंगे.
निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुवपाल कौशल राहुल गांधी के नामांकन पत्र को लेकर दाखिल आपत्ति पर सुनवाई को लेकर कोर्ट पहुंच गए हैं. उनके अनुसार राहुल गांधी ने अपने नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी है. ध्रुवपाल ने रिटर्निंग आफिसर से इसकी जांच करने की मांग की थी. इस पी रिटर्निंग ऑफिसर ने राहुल के नामांकन पत्र की जांच 22 अप्रैल तक टाल दी थी. ऐसे में आज इस पर अहम फैसला आ सकता है.