अमेठी: पूर्वांचल के विकास के लिए नेहरू द्वारा गठित पटेल आयोग पच्चास वर्ष में भी लागू नहीं हो पाया. उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार बनते ही पटेल अयोग लागू हो गया. सूबे की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ही नहीं समूचे पूर्वांचल के विकास के लिए कटिबद्ध है. पूर्वांचल विकास की एक नई इबारत लिख रहा है. यह कहना है कि पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय विक्रम सिंह का...पढ़िए खास रिपोर्ट...
विजय विक्रम सिंह ने आगे कहा कि एक दौर था, जब पूर्वांचल गरीबी से जूझ रहा था. गाजीपुर के सांसद विश्वनाथ राय ने पूर्वांचल के गरीबी और पिछड़ेपन का हाल सुनाया था. पूर्वांचल की दयनीय दशा सुनकर पूरी संसद रो उठी थी. उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू पर तंज कसते हुए कहा कि नेहरू जी द्वारा उस समय पटेल आयोग का गठन तो कर दिया गया था. वहीं पटेल आयोग के गठन के 50 साल बाद तक पटेल आयोग की सिफारिशें लागू नहीं हुई थी.
विजय विक्रम सिंह का मानना है कि 2017 में योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली, तो पटेल आयोग की सिफारिशों को लागू किया. उन्होंने आगे कहा कि वह पूर्वांचल जहां पर हजारों लोग, हजारों बच्चे दिमागी बुखार से हर साल बरसात के मौसम में दम तोड़ देते थे. सरकार के अथक प्रयास से जापानी बुखार पर शत प्रतिशत नियंत्रण मिला है. जापानी बुखार अब पूरी तरह नियंत्रण में हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि मुसहर और वनटांगिया जनजाति विकास से कोसों दूर थी. सरकार के प्रयास से उनको विकास की मुख्यधारा से जोड़ा गया. अब उनका जीवन स्तर ठीक है.
उन्होंने आगे कहा कि बलिया जहां पर पर आर्सेनिक युक्त पानी पीने से पता नहीं कितने लोगों की जान चली गई थी. अब बलिया में आर्सेनिक रिमूवल प्लांट लगाए गए हैं. बलिया के लोग अब स्वच्छ जल का लाभ ले रहे हैं. मुंडेरवा और पिपपराइच की चीनी मिलों का पुनरुद्धार किया गया है. पेट्रोल और डीजल से आत्म निर्भरता कम करने के लिए एथेनाल का उत्पादन भी पूर्वांचल में मुंडेरवा और पिपराइच की चीनी मिलों से शुरू हुआ. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ.