अमेठी: जायस कोतवाली क्षेत्र में बीते 29 जुलाई को एक व्यापारी से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का के सामने आया था. व्यापारी सस्ते गल्ले व बिल्डिंग मटेरियल का सप्लायर है. आरोपियों ने तीन अलग-अलग नंबरों से फोन करते हुए 24 घंटे के अंदर 20 लाख रुपए मांगे थे. पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी. परेशान व्यापारी ने इस मामले की पुलिस को सूचना दी. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सोमवार को दो आरोपियों को तीन अलग-अलग फोनों के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
24 घंटे के अंदर 20 लाख रुपये की मांगी रंगदारी
मामला बीते 29 जुलाई का है. जायस कोतवाली क्षेत्र के चौधराना मुहल्ला के निवासी मकबूल अहमद सरकारी सस्ते गल्ले व मोरंग गिट्टी के व्यवसायी हैं. उन्हें आरोपियों ने दोपहर से शाम तक तीन अलग-अलग नंबरों से तीन बार फोन कर 20 लाख रुपये की रंगदारी देने के लिए 24 घंटे का समय दिया. रंगदारी न देने के स्थिति में जान से मार देने की धमकी भी दी. इससे व्यापारी मकबूल अहमद सदमे में चले गए और इसकी सूचना तत्काल कोतवाली जायस में देते हुए मुकदमा दर्ज कराया. घटना के सम्बंध में पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया. एसपी दिनेश सिंह के तत्काल निर्देश पर रंगदारी के लिए प्रयोग किए गए फोन नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस पर लगा दिया.
जायस का ही रहने वाला था मुख्य आरोपी
रंगदारी मांगने वालों की लोकेशन अमेठी जनपद से दूर बता रही थी, जब उस लोकेशन पर पुलिस पहुंचती तब तक आरोपियों की लोकेशन चेंज हो गयी. कई ठिकानों पर पीछा करते हुए पुलिस ने अंत में जायस पुलिस व एसओजी की टीम ने रंगदारी मांगने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी रिफाकत अमरोहा के बूरावली हसनपुर और सोएब अहमद जायज का ही रहने वाला है. आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन बरामद किया गया है.
एसपी ने पुलिस टीम को दिया इनाम
एसपी दिनेश सिंह ने मीडिया को बताया कि पूछताछ में आरोपी सोएब ने बताया कि हमारा विवाद मकबूल से जमीन व रास्ते का चल रहा है. कोई हल नहीं निकल रहा था, इसलिए मैंने अपने दोस्त रिफाकत से मदद मांगी. रिफाकत ने उक्त मामले को हल करने के लिए तीन लाख रुपये में तय किया. व्हाट्सएप से विवादित जमीन का फोटो व मकबूल का मोबाइल नंबर रिफाकत को दिया. इसके बाद रिफाकत ने मकबूल को विवादित जमीन छोड़ने व 20 लाख रुपये की रंगदारी देने की मांग की और कहा कि यदि जमीन नहीं दोगे, तो 24 घंटे के अन्दर तुम्हे जान से मार देंगे. जायस पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 2,500 रुपये के इनाम दिया है.