अमेठी: गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी से राहुल गांधी का लोकसभा चुनाव 2019 हारने के बाद राहुल गांधी ने अन्तत: अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अमेठी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को काफी दुख हुआ. राहुल गांधी अमेठी से 2004 से 2019 तक अमेठी के सांसद रहे.
राहुल गांधी के इस्तीफे पर क्या बोली अमेठी की जनता
राहुल के इस्तीफा देने से गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाली अमेठी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को काफी दुख पहुंचा है. उनका कहना है कि राहुल गांधी हमारे नेता थे, हैं और हमेशा रहेंगे. आने वाला दिन उन्हीं का है.
राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए हैं. यह बहुत दुखद है. देश की बीस करोड़ जनता ने उन्हीं को देखकर वोट दिया है. देश के सच्चे और अच्छे लोग उन पर विश्वास करते हैं. हम लोग तो यह चाहते थे कि कांग्रेस में जो विश्वासघात करते हैं उनको बाहर का रास्ता दिखाएं मगर राहुल गांधी ने स्वयं इसकी जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा दे दिया है. यह हम सबके लिए दुखद की बात है. राहुल गांधी हमारे नेता हैं और रहेंगे.
- धर्मेंद्र शुक्ल, कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट, अमेठी
राहुल गांधी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए. बूथ स्तर से लेकर पूरे देश स्तर तक आमूलचूल परिवर्तन करना चाहिए. महिलाओं, बुजुर्गों सबको अपनी तरफ आकर्षित करना चाहिए. राहुल गांधी भावी प्रधानमंत्री के रूप में देखे जा रहे हैं. आने वाला दिन उन्हीं का है. इसके लिए संघर्ष की आवश्यकता है.
-मोहम्मद कुद्दुस खान, कांग्रेस कार्यकर्ता