अमेठी: जिले के मुसाफिरखाना विकासखण्ड अंतर्गत कुछ ग्राम पंचायतों में विकास की स्थिति बेहद दयनीय है. यहां की स्थिति केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान की पोल खोल रही है. ग्राम प्रधानों के कार्यकाल बीतने को हैं, लेकिन बीते पांच साल में गांव की स्थिति जस की तस है.
गंदे पानी से बीमारियों का सता रहा भय
मुसाफिरखाना विकासखण्ड अंतर्गत गांव करपिया के ग्रामीण सुजीत कुमार, मोहम्मद शाकिब, आनन्द कुमार, अमरनाथ आदि ने बताया कि गांव में नाली मिट्टी के सड़क पर आ जाने से जल निकासी की समस्या है. इससे गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते आवागमन करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पानी से बदबू आने से लोगों को संक्रामक बीमारियों का भय सता रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन आश्वासन के बजाय कुछ नहीं मिला.
सड़कों पर बहता है नाली का पानी. सरकारी धन के बंदरबांट का लगा आरोप
ग्रामीणों के आरोपों के मुताबिक, पूरे गंगाराम मिश्र करपिया में बनाई गई नाली फेल साबित हो रही है. ग्रामीणों ने इस मामले में प्रधान पर सरकारी धन के बंदरबाट का आरोप लगाया है. मामले में एडीओ पंचायत मुसाफिरखाना अरविंद प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि इस बारे में सम्बंधित ग्राम सचिव को निर्देशित कर दिया जाएगा.
जगह-जगह टूटी पड़ी हैं सड़कें. जल-जमाव से लोगों का जीना मुहाल
मुसाफिरखाना विकासखण्ड अंतर्गत गांव पूरे मधई तिवारी में दादरा-लालगंज रोड पर बनी नाली क्षतिग्रस्त होने के कारण गंदा पानी सड़क पर पसरा है. ग्रामीणों ने बताया कि करीब 10-15 घरों का पानी एक व्यक्ति के निजी खेत में इकठ्ठा हो रहा है, जो बहुत बदबू और दुर्गंध उत्पन्न करता है. ग्रामीणों ने नाली के शीघ्र मरम्मत और कुछ नए निर्माण की मांग की है.