अमेठीःसगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महराज ने संसद भवन के उद्घाटन को भारतीय संस्कृत का गौरवशाली महापर्व बताया है. उन्होंने कहा कि आज भारतीय संस्कृत का गौरवशाली महापर्व है. संसद भवन का उद्घटन तमाम ज्योतिषी अंकों के अनुसार बहुत ही विचारणीय बिंदुओं के साथ किया गया है. उन्होंने आगे कहा की गोमुखी बना हुआ संसद भारत को अजेय बनाएगा. स्वतंत्र भारत की संसद भवन का विरोध करने वाले नेता अपने मुंह पर कालिख पोत कर देश से क्षमा मांगें.
संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महराज ने रविवार को मीडिया से बात चीत करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत के संसद भवन से मनवांछित फल प्राप्त होगा. देश की अर्थव्यवस्था, विद्या, सेना शक्ति संपूर्ण विश्व में स्थापित होगी. उन्होंने आगे कहा की देश के पीएम दीर्घायु होंगे और हमारी संसद का लिया गया निर्णय बहुत ही सुदृढ़ और मजबूत होगा. आज जो ऐतिहासिक काम हुआ है, वह देश में ही नही अपितु पूरे विश्व में संदेश भी देगा.
मौनी स्वामी ने कहा की यह संसद भवन भारत के गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाएगा. निश्चित रूप से स्वतंत्र भारत का यह निर्णय देश के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए ऐतिहासिक कदम है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस निर्णय के लिए हम संपूर्ण लोगों की ओर से और संत समाज की ओर से अभिनंदन करते हैं. देश के प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक कदम का अभिनंदन करते हुए उन्हें सफल कार्य करने के लिए कोटिश बधाई दी.
संसद भवन का विपक्ष के नेताओं द्वारा विरोध को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने कहा कि 'क्या आप उसी सदन में बैठेंगे. इस तरीके की टिप्पणी करना भारत का और भारत माता का अपमान है, जिन लोगों ने स्वतंत्र भारत में बनी हुई संसद का अपमान किया. उनसे सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि क्या आप गुलाम भारत को अभी भी देखना चाहते हैं? ऐसे सोच रखने वाले नेताओं को अपने मुख में काली मां लगाकर पूरे देश से क्षमा मांगी चाहिए'.