अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. जिले के भैरवपुर राजवाहा में लगभग डेढ़ दशक से पानी नहीं पहुंचा है. पानी के अभाव में हजारों बीघा जमीन बंजर हो रही है. किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुए रजवाहे में पानी छोड़े जाने की मांग की है. किसानों का आरोप है कि रजवाहे की सिल्ट सफाई में भ्रष्टाचार होता है. सरकार यदि पानी न दे सके, तो नहर पटवा दे.
रजवाहे के बारे में जानकारी देती एसडीएम अमेठी प्रीति तिवारी और किसान जिले के अमेठी विकास खंड (Amethi Development Block) क्षेत्र में हजारों बीघा खेत के लिए सिंचाई का एक मात्र साधन भैरवपुर राजवाहा ही है. इस इलाके में किसानों की सिंचाई के लिए सरकारी नलकूप तक की सुविधा नहीं है. धान, गेहूं के साथ आलू-मटर और अन्य फसलों के उत्पादन के लिए यहां की भूमि उपयोगी बताई जाती है. किसानों की फसल की सिंचाई के लिए मात्र एक विकल्प भैरवपुर राजवाहा ही है.
राजवाहा में पानी नहीं आने से किसान काफी परेशान हैं. लगभग डेढ़ दशक से पानी न आने से किसान जैसे-तैसे जुगाड़ कर के खेतों की सिंचाई करने को विवश है. धान की रोपाई का समय अपने अंतिम चरण पर है. ऐसे में बारिश न होने से यहां सूखे की स्थिति बनी हुई है. धान की नर्सरी तो पड़ गई है. लेकिन, अब धान लगाने में किसानों को पसीने छूट रहे है. किसानों का आरोप है कि भ्रष्टाचार के चलते नहर में पानी नहीं आ रहा है. शिकायत के बावजूद भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौन बने हुए है.
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किसान अनिल पांडेय ने ईटीवी भारत को बताया कि राजवाहे की सफाई में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार होता है. लिहाजा पानी अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पाता है. पानी के अभाव में हजारों बीघा जमीन बंजर हो रही है. वही किसान ओमप्रकाश मिश्र ने बताया कि लगभग 15 वर्षों से पानी नहर में नहीं आया है. मुख्यमंत्री से भी शिकायत किया गया. जांच अधिकारी फर्जी रिपोर्ट लगा देते है. इस पूरे मामले पर एसडीएम अमेठी प्रीति तिवारी ने कहा कि मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित एक्सईएन को बोल दिया गया है. एक हफ्ते के अंदर समस्या का समाधान किया जाएगा.
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