अंबेडकरनगरः बाढ़ प्रभावित इलाके के ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर ईटीवी भारत द्वारा चलाई गई खबर का बड़ा असर हुआ है. खबर चलने के बाद हरकत में आये प्रशासन ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया और प्रभावित दो गांवों में आठ चौकियों की स्थापना की गई. वहीं चौकियों के लिए 8 लेखपाल और एक कानूनगो को तैनात किया गया है. साथ ही प्रशासन ने राशन और नाव की भी व्यवस्था कराई.
थर्माकोल से ग्रामीण बना रहे थे नाव
राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम आराजी देवारा और माझा कम्हरिया में लगभग 4 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित होती है. गांव तक बाढ़ का पानी आने से ग्रामीणों का सम्पर्क अपनी खेत से टूट जाता है. इस बार जब नदी की धारा ने ग्रामीणों का मार्ग रोका तो ग्रामीण थर्माकोल से नाव बना कर जुगाड़ के सहारे धारा को पार करने लगे. इनके सामने जानवरों को चारा खिलाने की भी समस्या होने लगी.
11 जुलाई को अंबेडकरनगर: बाढ़ की दस्तक ने बढ़ायी ग्रामीणों की मुश्किलें शीर्षक से ईटीवी भारत ने सबसे पहले खबर चलाई, जिसमें प्रमुखता से ग्रामीणों की समस्याओं को उजागर किया गया. खबर प्रसारित होने के बाद प्रशासन की नींद खुली और तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार कर्मचारियों के साथ बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा किया और बाढ़ चौकी बनाकर नावों और राशन की व्यवस्था भी कराई.
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पात्र व्यक्तियों का बनेगा राशनकार्ड
तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 8 बाढ़ चौकी बनाई गई है, जहां कुल आठ लेखपाल और एक कानूनगो की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चार नाव की व्यवस्था की गई है. जरूरतमंदों की मदद के लिए पूरा इंतजाम किया गया है. खाद्यान्न की व्यवस्था पूर्ण रूप से प्राथमिकता के आधार पर कराई जा रही है. यदि पात्र व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं बना है तो उसे भी प्राथमिकता के आधार पर बनवाया जाएगा.