अम्बेडकर नगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में बना पोस्टमार्टम हाउस अब शासन की उदासीनता की भेंट चढ़ गया है. तकरीबन 97 लाख रुपये की लागत से बने इस पोस्टमार्टम हाउस का शुभारंभ तक नहीं हो सका है. प्रशासन की लापरवाही और रख-रखाव में अनदेखी के चलते यह भवन झाड़ियों से घिर कर खंडहर बन गया है.
प्रशासन की लापरवाही, पोस्टमार्टम हाउस बना खंडहर - प्रशासन की लापरवाही
अम्बेडकर नगर जिले में महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम हाउस अब खंडहर बन गया है. प्रशासन की लापरवाही के चलते हाउस में अब तक एक भी डॉक्टर की तैनाती नहीं हो सकी.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में लगभग दो वर्ष पहले तकरीबन 97 लाख की लागत से पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया था. ताकि इसमें दुर्घटना ग्रस्त व शवों का समय से पोस्टमार्टम किया जा सके. कॉलेज परिसर के अंदर भवन बन कर तैयार तो हो गया, लेकिन अभी तक उसमें सुविधाओं की शुरुआत नहीं हो सकी है. इसमें न तो कर्मचारी की नियुक्ति हुई है और न ही डॉक्टरों की नियुक्त की गई.
लापरवाही के चलते यह भवन खंडहर बन गया. साथ ही शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल जाना पड़ता है. जिसकी वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. पीके सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम हाउस का भवन बन कर तैयार है, लेकिन अभी तक मेडिकल अफसर की तैनाती नहीं हुई है. मामले में शासन को पत्र भेजा गया है. जल्द ही डॉक्टरों को तैनात कर हाउस को खोला जाएगा.