अंबेडकरनगरःजिले में महत्वाकांक्षी योजना 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना' में बड़े पैमाने पर हेराफेरी का मामला सामने आया है. जालसाज दस्तावेजों में फेर-बदल करके सरकारी पैसा गबन कर रहे हैं. अंबेडकरनगर में अधिकारियों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा किया जा रहा है. मामला जनपद के जलालपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत मुरवाह बडेपुर गांव का है, जहां जालसाजों का अजीब कारनामा सामने आया है. दरअसल मुरवाह बडेपुर गांव में एक भूमिहीन किसान के नबालिग बेटे के खाते में पैसा भेजा गया. किसान के लड़के के खाते में उसकी जानकारी के बिना पैसा भेजकर निकाल लिया गया. पीड़ित लड़का जब अपने खाते में छात्रवृत्ति की राशि चेक करने गया, तो उसे इस पूरे कारनामे की जानकारी हुई.
अंबेडकरनगरः अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी पैसे का हो रहा गबन - rigging from account
अंबेडकरनगर जिले में दस्तावेजों की हेराफेरी करके 'पीएम किसान सम्मान योजना' का पैसा गबन करने का मामला सामने आया है. हेराफेरी के मामले में पीड़ितों ने अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है.
नाबालिग मासूमों के खातों के जरिए हो रही हेराफेरी
अंबेडकरनगर जिले में जालसाजों ने 'पीएम किसान सम्मान योजना' के पैसों को गबन करना शुरू कर दिया है. जालसाज भूमिहीन व नाबालिग खाताधारकों का उपयोग करके सरकार को चूना लगा रहे हैं. जालसाजी से पीड़ित सुनील कुमार ने बताया कि उसके लड़के के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा आया था. उसकी जानकारी के बिना उसके लड़के के खाते से आया हुआ पैसा निकाल लिया गया. पीड़ित सुनील कुमार ने बताया कि उसका लड़का कक्षा 8 में पढ़ता है. पीड़ित का लड़का जब अपने अकाउंट में छात्रवृत्ति का पैसा निकालने गया, तो उसे खाते में हुए लेन-देन की जानकारी हुई. पीड़ित ने बताया कि दोनों के नाम से भूमि की कोई रजिस्ट्री नहीं है.
भूमिहीन किसानों के अकाउंट के जरिए गबन हो रहा सरकारी पैसा
जनपद में जालसाजों ने सरकारी पैसे को गबन करने का नया तरीका निकाला है. दरअसल अंबेडकरनगर जिले में 'पीएम किसान सम्मान निधि योजना' की रकम को जालसाज चूना लगा रहे हैं. ऐसा ही मामला मुरवाह बडेपुर गांव से सामने आया है. पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि भूमिहीन किसानों के खाते में पैसा भेजकर जालसाजी की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि भूमिहीन किसानों के खातों में पैसा भेजा गया है. भेजा गया पैसा उनकी जानकारी के बिना निकाल लिया गया. ग्रामीणों ने इस जालसाजी का जिम्मेदार ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी को बताया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से सारा कारनामा हो रहा है. उप कृषि निदेशक राम दत्त बाग्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी को जांच करने का निर्देश दिया है.