अंबेडकरनगर: योगी सरकार गोवंशों की सुरक्षा का कितना भी दावा कर ले, लेकिन हकीकत में यह दावा हाकिमों के उदासीनता के भेंट चढ़ रहा है. अकबरपुर से सुलतानपुर हाइवे के किनारे मझुई नदी में दो दर्जन से अधिक गोवंशों के कटे सिर मिलने के बाद प्रदेश में गोवंशों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है.
गोवंशों के कटे सिर मिलने की खबर जैसे ही प्रशासन को लगी आनन-फानन में दोनों जिले की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. कटे सिरों को नदी के किनारे ही दफन करा दिया. जिले के प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया. अकबरपुर-सुलतानपुर हाइवे के किनारे सूखी पड़ी मझुई नदी में दो दर्जन से अधिक गोवंशों के कटे बोरी में भरकर कोई फेंक गया था.
अंबेडकरनगर: दो दर्जन से अधिक गौवंशों के कटे सिर मिलने से हड़कम्प
अंबेडकरनगर-सुलतानपुर हाइवे के किनारे मझुई नदी में दो दर्जन से अधिक गोवंशों के कटे सिर बरामद हुए हैं. यहां नदी में कटे हुए लगभग 20-25 की संख्या में बरामद हुए हैं.
नदी में जब बोरी को स्थानीय लोगों ने देखा तो उसको खोला, जिसके बाद सब दंग रह गये. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना महरुआ थाना और सुलतानपुर जिले के जयसिंह पुर थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची दोनों ही थाने की पुलिस ने वहीं नदी में कटे सर को दफन करा दिया.
वहीं महरुआ पुलिस घटना स्थल को सुलतानपुर जिले की सीमा बताकर अपना पल्ला झाड़ रही है. इस मामले में पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. अब ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि जब पूरे प्रदेश में गोवंशों की हत्या पर प्रतिबंध लगा है तो ये कटे सिर आये कहां से.
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