अम्बेडकरनगर: चीनी वायरस कोरोना की दहशत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जनपद में इंसानों पर कोरोना का असर अबतक भले ही न हुआ हो लेकिन यहां के पोल्ट्री उद्योग पर इसका जबरदस्त प्रभाव हुआ है.
अम्बेडकरनगर: कोरोना के खौफ से पोल्ट्री उद्योग पर पड़ा असर - fear of corona affected the poultry industry
अम्बेडकरनगर जिले में कोरोना वायरस के दहशत से पोल्ट्री का व्यवसाय चौपट हो गया है. कोरोना की वजह से मुर्गे की बिक्री में 60 प्रतिशत की कमी आई है, जिससे पोल्ट्री व्यवसायी घाटे में चल रहे हैं.
कोरोना की अफवाह ने जिले में पोल्ट्री के व्यवसाय की सेहत खराब कर दी है. मुर्गे की बिक्री में जहां 60 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं इसके दामों में लगभग 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है. लगातार मुर्गे की मांग और दामों में कमी के चलते पोल्ट्री व्यवसायी घाटे में पहुंच रहे हैं.
पोल्ट्री फार्मों पर जो मुर्गा 80 से 90 रुपये किलो बिकता था उसका रेट 40 से 42 रुपये हो गया, जबकि इसकी लागत 70 से 75 रुपये आती है. चिकन की जिन दुकानों पर एक दिन में तीन हजार से 35 सौ रुपये की बिक्री होती थी. वहां हजार से 15 सौ की बिक्री हो रही है.
कोरोना की दहशत ने हमलोगों का व्यवसाय को चौपट कर दिया है. रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी है, तो पोल्ट्री का व्यवसाय करने वाले व्यवसाइयों का कोरोना की दहशत से व्यवसाय खराब हो गया. मांग और दाम घटने से घाटा हो रहा है.
-रमजान, दुकानदार