अंबेडकरनगर:जिले की टांडा नगर पालिका द्वारा चलाई जा रही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की मुहिम प्रधानमंत्री की मंशा को पंख लगा रही है. टांडा नगर पालिका अपने 25 वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम चला रही है, जिसके तहत नगर पालिका के कर्मचारी घर-घर जा कर सीटी बजाते हैं और घर वाले टोकरी में कूड़ा लाकर डाल देते हैं. इससे अब मोहल्ले की गलियों की सूरत बदलने लगी है. नगर पालिका की मुहिम और नागरिकों की सजगता से मोहल्ला की तस्वीर बदलने के साथ-साथ प्रदूषण से भी मुक्ति मिल रही है.
टांडा नगर पालिका परिषद मंडल की 'ए' ग्रेड की नगरपालिका है, जिसकी आबादी लगभग एक लाख है. 25 वार्डों में विभाजित यह नगर पालिका कपड़ा बुनाई के लिए जानी जाती है. इसकी पहचान जितनी कपड़ा बुनाई के लिए थी, उतनी है मोहल्ले के गलियों की गंदगी के लिए. नालियों में पॉलीथिन और घरों के सामने फेंके गए कचरे इस नगर पालिका की पहचान बन गयी थी, लेकिन अब धीरे-धीरे इसकी तस्वीर बदल रही है.
नगर पालिका ईओ की पहल पर शुरू हुई मुहिम
नगर पालिका ईओ मनोज कुमार सिंह की पहल पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रशासन ने नगर को साफ सुथरा रखने की मुहिम चलाई है, जिसके तहत नगर के 25 वार्डों में 47 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं, जो टोकरी लेकर प्रत्येक दिन हर मोहल्ले में जाते हैं और घर के सामने पहुंचकर सीटी बजाते हैं. सीटी की आवाज सुनकर लोग अपने घरों के कूड़े को टोकरी में लाकर डाल देते हैं. इस मुहिम की शुरुआत के बाद सजगता भी आई है, जिससे अब नगर पालिका की सूरत बदलने लगी है.