अंबेडकर नगर:'फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला' के तार गोंडा से जुड़ते नजर आ रहे हैं. कासगंज से लेकर रायबरेली और अम्बेडकरनगर तक में कार्यरत अनामिका शुक्ला के नाम की बीएड डिग्री के जिस अंक पत्र का प्रयोग किया गया है, वह गोंडा के ही एक कॉलेज की है. कॉलेज के दस्तावेजों में इस अंकपत्र का क्रमांक भी जिस अनामिका शुक्ला के अंकपत्र से मिल रहा है, उसका पता गोंडा जिले का ही दर्ज है.
ये है पूरा मामला
अंबेडकर नगर जिले के रामनगर ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अक्टूबर 2019 में पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में अनामिका शुक्ला की नियुक्ति हुई थी. विभाग ने अभिलेखों के सत्यापन के बाद मानदेय भी जारी कर दिया. इसी अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के कई अन्य जिलों में तैनाती हुई. पहले 25 जिलों में तैनाती की बात सामने आई थी, लेकिन अब बीएसए अतुल कुमार की मानें तो अभी तक हुई जांच के मुताबिक इसकी तैनाती नौ जिलों में है.
विभागीय सूत्रों के मुताबिक उसका बीएड का अंकपत्र ही फर्जी निकला. अनामिका ने जो अंकपत्र लगाया है, वह जिले के ही एक विद्यालय का है, पर उस पर विद्यालय का नाम सही नहीं है. हालांकि अंकपत्र का क्रमांक विद्यालय के दस्तावेजों से मिल रहा है, लेकिन नौकरी करने वाली अनामिका द्वारा दिया गया पता और कॉलेज के रजिस्टर में दर्ज पता अलग-अलग हैं. यही नहीं कॉलेज की प्रधानाचार्य ऊषा श्रीवास्तव ने भी अंकपत्र को फर्जी करार दिया है.