अंबेडकरनगर :जिले से कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी का नामांकन पर्चा खारिज होने के बाद डीएम से मिलने पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष को बैरंग लौटा दिया गया. इस दौरान जिलाध्यक्ष और डीएम में जमकर झड़प भी हुई, लेकिन डीएम ने कांग्रेस नेता से बात करने से इनकार कर दिया. वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष का आरोप है कि डीएम प्रदेश सरकार के इशारे पर कार्य कर रहे हैं.
अंबेडकरनगर: पर्चा खारिज होने पर जिलाधिकारी से कांग्रेसियों ने की झड़प - congress loksabha candidate
अंबेडकरनगर में जिले से कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी का नामांकन पर्चा खारिज होने के बाद जमकर बवाल कटा. दरअसल पर्चा अभिलेखों में त्रुटि होने के कारण प्रशासन ने पर्चा खारिज कर दिया था, जिसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष में जमकर बहस हुई.
कागजी कार्रवाई में त्रुटि था कारण
कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेद सिंह निषाद का पर्चा अभिलेखों में त्रुटि होने के कारण प्रशासन ने खारिज कर दिया था. पार्टी के प्रत्यासी का नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष मेराजुद्दीन डीएम से बात करने पहुंचे, लेकिन जैसे ही मेराजुद्दीन ने पर्चा खारिज करने के वजह के बारे में पूछा डीएम भड़क गए और कहा कि आदेश का कॉपी दे दिया गया है. जब जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि कोई कमी थीं तो नोटिस क्यों नहीं दी गई तो मीडिया के कैमरों को देख डीएम सुरेश कुमार ने कहा कि आप यहां इंटरव्यू कराने आए हो. जो आदेश हैं वो हैं इस बारे में कोई बात नही होगी.
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन खारिज होने के बाद जिलाध्यक्ष मेराजुद्दीन ने कहा कि नामांकन में जुटी भीड़ को देख लोग घबरा गए थे, इसीलिए इनका नामांकन खारिज कर दिया गया. यह लोकतंत्र की हत्या है, यहां से कैबिनेट मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं. डीएम चुनाव आयोग के निर्देशों पर नहीं प्रदेश सरकार के निर्देश पर कार्य कर रहे हैं.